गुरुवार, 20 अगस्त 2015

बेटी को जितवा ही दिया भारती श्रीवास्तव ने

जिद पर अडी भाजपा पार्षद भारती श्रीवास्तव ने आखिर सारे दाव पेच खेल कर अपनी बेटी रूचि श्रीवास्तव को जितवा कर दिखा ही दिया।
ज्ञातव्य है कि षिक्षा राज्य मंत्री प्रो वासुदेव देवनानी की पहली पसंद भारती श्रीवास्तव का टिकट ऐन वक्त पर पूर्व सांसद रासासिंह रावत की जिद के कारण काट कर सलोनी जैन को दे दिया गया। इस पर भारती ने बागी हो कर निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र भरा, मगर वह तकनीकी खामी की वजह ये रद्द हो गया। कदाचित इस बात का भान भारती को था, इस कारण उन्होंने ये चतुराई की कि अपनी बेटी रुचि का भी निर्दलीय का नामांकन पत्र भरवा दिया। उसके बाद भारती ने बेटी को जितवाने के लिए पूरा जोर लगा दिया। वस्तुतः भाभी जी के नाम से प्रसिद्ध भारती ने इलाके में काम भी खूब काम करवाया था। इस कारण उनकी जमीन पर अच्छी पकड़ थी। भारती ने कुल 2019 वोट हासिल कर जता दिया कि वाकई वे इलाके में लोकप्रिय हैं, जबकि सलोनी मात्र 883 वोट ही हासिल कर पाई। कांग्रेस की रितु गोयल 691 वोटों पर ही सिमट गई।
अपन ने पहले ही बता दिया था कि सलोनी की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक थी, मगर जमीन पर पकड़ कुछ कमजोर थी। हालांकि उसके लिए पूरा जैन समाज लामबंद हो गया, मगर जितवा नहीं पाया। रहा सवाल रितु गोयल का तो उन्हें तो टिकट ही भारी विवाद के बीच मिला। पहले निर्मला खंडेलवाल का टिकट फाइनल था, ऐन वक्त पर रितु को दिया गया, जिससे निर्मला खेमा बुरी तरह से नाराज हो गया। उसने तो आसमान सिर पर उठा लिया। यहां तक की प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का पुतला तक फूंका। बाद में बडी मुष्किल से उन्हें मनाया तो गया, मगर आखिर तक उनका रवैया नहीं सुधरा। इसका नुकसान रितु को उठाना ही पडा। कदाचित निर्मला खेमे ने रूचि श्रीवास्तव का साथ दिया। कुल मिला कर भारती अपनी जिद पूरी करने में कामयाब हो गई।

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