अजमेरनामा
खबरों के पीछे की खबर
गुरुवार, 3 जुलाई 2025
यानि अंग्रेज हमसे ज्यादा ईमानदार थे
क्या राजनीति इतनी गंदी हो गई है?
नमस्कार मित्रों, कल कहीं सांत्वना देने पहुंचने पर उपस्थित मित्रों व अन्य ग्रामीणों ने कहा कि मैं भिनाय का विधायक बनने के लिए प्रयासरत हूं। इस पर मैंने उन्हें कहा कि मेरा राजनीति में कोई इंट्रेस्ट नहीं है, न ही मैं अपने आपको इसके लिए फिट मानता हूं, लेकिन वो माने नहीं।
दोस्तों, मेरा नेचर भगवान ने ऐसा बनाया है कि मैं गलत बात और गलत इंसान को स्वीकार ही नहीं कर पाता हूं, इसलिये मैं अपने आपको राजनीतिक फील्ड के योग्य मानता ही नहीं हूं। वहां आप अगर गलत को गलत कह दो तो बवाल हो जाए। वहां जीतने का पैरामीटर ही गलत और गलत लोग होते हैं। अभी हाल ही में मुझे मेरे साथियों ने बार अध्यक्ष का चुनाव लड़वाया। मैंने उन्हें वेरी फर्स्ट डे ही बोल दिया था कि 13 लोगों के पास मैं नहीं जाऊंगा, नहीं गया लास्ट तक... क्योंकि मुझे राजनीति करना आता ही नहीं है। चेहरे पर झूठी मुस्कान और नफरत के समय मुस्कान लाना न तो आया और न ही लाना चाहता हूं। इसलिये मित्रों मैं आप सभी को बता दूं कि मैं न तो किसी राजनीतिक दल का सदस्य हूं, न ही भविष्य में मैं विधायक का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा हूं। मेरा नेचर है लोगों के सुःख दुःख में शामिल होने का, वो सदैव रहेगा। मुझे वकालात और पत्रकारिता में मजा आता है मैं वो जीवन पर्यन्त करूंगा ही और रिलेशन निभाना,सुःख दुःख में शामिल होना मेरा नेचर है, जिसे मैं इसलिये चैंज नहीं कर सकता कि चार लोग ये और वो सोच रहे हैं।
श्री आहूजा अपनी जगह ठीक प्रतीत होते हैं, मगर सवाल यह उठता है कि सच बोलने वाले या सज्जन राजनीति में नहीं आएंगे तो राजनीति का क्या हाल होगा? तब तो राजनीति में शुचिता की उम्मीद करना बेकार है। बेशक श्री आहूजा अपनी ओर से राजनीति में नहीं आना चाहते, मगर कल यह भी तो हो सकता है कि बार चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में भी कुछ लोग उन्हें चुनाव लडवा दें। रहा सवाल लोगों की धारणा का तो, वह भी ठीक है, क्योंकि जो भी सोसायटी में सक्रिय होता है तो यही माना जाता है कि चुनाव की तैयारी कर रहा है। वे न केवल सफलता पूर्वक वकालत कर रहे हैं और जरूरतमंद की मदद को तत्पर रहते हैं, अपितु सामाजिक सरोकार के लिए भी सतत सक्रिय रहते हैं। वे जिले के चंद जागरूक व ऊर्जा न लोगों में गिने जाते हैं। ऐसे में अगर कोई ऐसा सोचता है कि वे चुनाव लड सकते हैं, तो वह अपनी जगह ठीक है।
बहरहाल, जब श्री आहूजा से सवाल किया गया कि आपने भिनाय का जिक्र क्यों किया है, जबकि वह तो मसूदा विधानसभा क्षेत्र में है, तो उन्होंने बताया कि ऐसा अनुमान है कि परिसीमन के बाद भिनाय फिर से विधानसभा क्षेत्र हो जाएगा। ऐसा सोच कर ही मित्र अनुमान लगा रहे हैं कि वे वहां से चुनाव लडने का मानस बना रहे हैं।
मंगलवार, 1 जुलाई 2025
अजमेर की बेटी रुमानी कपूर ने फहराया अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर परचम
रुमानी एक अनुभवी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जिन्होंने अमेरिका में हेल्थकेयर और डिजिटल तकनीक क्षेत्रों में नेतृत्व करते हुए कई सफल प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं। इसके साथ ही वह दूसरा दषक एलजीओ के साथ ग्रामीण भारत में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देती हैं और अमेरिका में को-म्यूजिक प्रो व एसएसएआईएस के साथ समावेशी कला व स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए काम करती हैं। वे कई अंतरराष्ट्रीय कॉर्पोरेट कार्यक्रमों की मास्टर ऑफ सेरेमनी रह चुकी हैं और एनजीओ के लिए सोशल मीडिया व इवेंट मैनेजमेंट भी संभालती हैं। रुमानी कपूर नारी सशक्तिकरण की प्रेरणास्रोत बनकर उभरी हैं, जो अपने पारंपरिक मूल्यों को विश्व मंच पर आत्मविश्वास और सौंदर्य के साथ प्रस्तुत कर रही हैं।
उनका परिवार साधारण एवं शिक्षा से जुड़ा इंसानियत के प्रति सजग परिवार है। रुमानी केतकी सिन्हा और प्रिंस सलीम की बिटिया हैं। जिन्होंने सेंट मैरी कान्वेंट स्कूल अजमेर में शिक्षा प्राप्त की। स्कूल के दिनों से वह अकादमिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में आगे रही है। उन्होंने ऐमेटी युनिवर्सिटी जयपुर से टोप रेंक बीटेक किया। वहीं से अजीम प्रेमजी की विप्रो कम्पनी में जाब हासिल की। उसके बाद जयपुर निवासी राहुल कपूर से अजमेर में शादी हुई। 2019में सीमेन्स कम्पनी जोइन कर सीएटल शहर (अमेरिका) में सीनियर सोफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजिनियर के रूप में पति पत्नी कार्यरत हैं। वे अपनी सफलता के लिए मिसेज कविता खरायत, श्री सनी काम्बले, लुबना आदम और अंजलि साहनी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करती हैं।
सोमवार, 30 जून 2025
धनेश्वर मन्दिर सेवा ट्रस्ट के माध्यम से सेवाकार्य
मन्दिर से आने वाले दान एवं शिष्टाचार भेंट में आये धन से गरीब बच्चों की शिक्षा, वृद्धा सेवा में अन्न-वस्त्र में ही खर्च कर दीदी नाम से पहचान से जानी जाती रही। उनके देवलोक गमन सिंधी तिथि 23 दिसंबर 2018 के बाद अब मन्दिर की सेवा भाभी हर्षिता एवं मन्दिर सेवादारियों द्वारा अन्न- वस्त्र सेवा, सामाजिक सेवा एवं बच्चों की शिक्षा सेवा का कार्य किया जाता है। अब सेविका हर्षिता जी एवं अन्य सेवादारियों द्वारा धनेश्वर मन्दिर सेवा ट्रस्ट का गठन कर मन्दिर के सेवा कार्य गर्मी में जगह वाटर कूलर, पक्षियों के अन्न-जल पात्र बांटना, गौ मां के चारा-पानी की शुरुआत करने का विचार बन रहा है।
शुक्रवार, 27 जून 2025
अजमेर में भी फिल्मसिटी विकसित हो सकती है
तीर्थराज पुष्कर व दरगाह ख्वाजा साहब के बदौलत अजमेर में धार्मिक पर्यटन की भरपूर संभावनाएं हैं, लेकिन यदि थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो यहां फिल्म सिटी भी विकसित हो सकती है। असल में अजमेर में ऐसे अनेक स्थान हैं, जो फिल्मों के लिए बेहद उपयुक्त हैं। धार्मिक दृष्टि से जहां दरगाह, पुष्कर, साईं बाबा का मंदिर, सोनी जी की नसियां महत्वपूर्ण हैं, वहीं प्राकृतिक दृष्टि से आनासागर झील, फायसागर झील, अजयसर की पहाडिय़ां, नाग पहाड़, पुष्कर के आसपास का क्षेत्र, पीतांबर की गाल, बीसलपुर, बीर और ऐतिहासिक स्थलों की दृष्टि से तारागढ़, अकबर का किला, मेयो कॉलेज, रूपनगढ़ किला जैसे खूबसूरत व आदर्श स्थान उपलब्ध हैं। अजमेर की भौगोलिक स्थिति ने फिल्मी जगत को आकर्षित किया है। पिया मिलन री आस, दिल्ली 6, नमस्ते लंदन, कच्ची सड़क, इंसाफ कौन करेगा, मैं सोलह बरस का, जुर्म और सजा, बंटवारा, मेरे गरीब नवाज, दुनिया मेरी जेब में, परंपरा आदि फिल्मों की शूटिंग अजमेर व आसपास के इलाकों में हुई है। प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना व धर्मेन्द्र की फिल्म बंटवारा में तो पुष्कर के मेले को ही दर्शाया गया है। चाइनीज फिल्म होली स्मोक की हीरोइन चौरी पर कुछ दृश्य पुष्कर के गऊ घाट पर फिल्माए जा चुके हैं। इसी प्रकार रब्बी शेरगिल ने सूफी कवि बुल्ले शाह की रचना बुल्ला की जाणां मैं कौन पर बनाए म्यूजिक वीडियो में दरगाह व पुष्कर को शामिल किया है। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का एक विज्ञापन यहीं बनाया जा चुका है। हिंदी रॉक बैंड यूफोरिया ने अपने एलबम पुष्कर के सनसेट प्वाइंट व बाजारों में शूट किया। फिल्म कन्हैया की शूटिंग टोरेंटो पैलेस में हुई। चंद वर्ष पहले नमस्ते लंदन के गीत मैं जहां रहूं् के कुछ हिस्से दरगाह में शूट किए जाते वक्त हीरोइन कैटरीना कैफ के स्कर्ट पहन कर दरगाह जियारत करने पर बड़ा हल्ला हुआ था।
यह भी रोचक तथ्य है कि जाने-माने फिल्म अभिनेता व रंगकर्मी नसीरुद्दीन शाह ने स्कूल शिक्षा अजमेर में ही सेंट एंसलम्स में हासिल की। करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने पत्नी व बेटे के सहयोग से तीन नाटकों का मंचन किया था। दुनियाभर में प्रसिद्ध महान संगीतकार ए. आर. रहमान का अजमेर से विशेष लगाव है और उन्होंने यहां कुंदननगर में एक बंगला भी बना रखा है। अजमेर के कुछ कलाकारों ने फिल्मों में काम किया है। पचास-साठ के दशक में अजमेर के श्री उल्हास ने अनेक फिल्मों में हास्य कलाकार ने काम किया। फिल्म निर्माता श्री प्रेमनाथ असावा की राजस्थानी फिल्म पिया मिलन री आस में अजमेर की उर्मिला आर्य उर्फ अनुश्री ने काम किया। सह निर्माता श्री राजेन्द्र माथुर की राजस्थानी फिल्म बंधन वचना रो में भी उन्होंने काम किया। इस फिल्म में हीरो की भूमिका अजमेर के जेलर रहे स्वर्गीय श्री भारतभूषण भट्ट ने अदा की। सोफिया कॉलेज की छात्रा शिल्पी सैनी ने भी काम किया। राज्यसभा सदस्य डा. प्रभा ठाकुर के बेटे राहुल ठाकुर कई फिल्मों में अभिनय कर रहे हैं। यहीं के राजीव पॉल छोटे पर्दे के लिए काम कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार श्री अभय कुमार बीजावत के बेटे मनोज बीजावत भी फिल्मी दुनिया में सक्रिय हैं। स्थानीय कलाकार भाजपा नेता बाबूभाई घोसी ने फिल्म आज का अर्जुन, द हीरो अभिमन्यु, करण-अर्जुन और टीवी सीरियल अकबर द ग्रेट व द ग्रेट मराठा में काम किया।
छोटे पर्दे पर लाइव शो लॉफ्टर चौलेंज में अजमेर के प्रसिद्ध हास्य कवि रासबिहारी गौड़ खूब धूम मचा चुके हैं। गिटारिस्ट सतीष षर्मा अनेक फिल्मी गीतों में गिटार बजा चुके हैं और उनका बडा नाम है। कई वीडियो षूट कर चुके हैं। हाल ही पुश्कर में उन्होंने एक वीडियो षूट किया। अजमेर के वरिष्ठ पत्रकार व प्रसिद्ध गजलकार सुरेन्द्र चतुर्वेदी ने कुछ फिल्मों की पटकथा व गजलें लिखी हैं। वरिष्ठ पत्रकार महावीर सिंह चौहान, अशोक शर्मा, श्याम माथुर, अमित टंडन व गोविंद मनवानी एक अरसे से बेहतरीन फिल्म व टीवी समीक्षाएं लिखते रहे हैं। वरिष्ठतम प्रूफरीडर रहे आर. डी. प्रेम ने फिल्मों के लिए गीत लिखे। फिल्म वितरक रहे नारायण माथुर के जरिए अनेक फिल्मी एक्टर-एक्ट्रेस व डायरेक्टर्स ने दरगाह जियारत की है। खादिम कुतुबुद्दीन सखी अनेक कलाकारों को जियारत करवा चुके हैं।
कुल जमा बात ये है कि फिल्म जगत से अजमेर के अनेक महानुभाव जुडे हुए हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=0wftd-j_rUQ&t=62s