शुक्रवार, 18 अक्तूबर 2024

अजमेर रत्न स्वर्गीय श्री केसरी चंद चौधरी

किशनगढ़ के भूतपूर्व विधायक स्वर्गीय श्री केसरीचंद चौधरी अपने समकालीन कांग्रेसी नेताओं में अलग ही पहचान रखते थे। आम कार्यकर्ताओं से उनका गहरा लगाव था। उनका जन्म 5 जून 1926 को स्वर्गीय श्री मदनचंद चौधरी के घर हुआ। सन् 1942 तक स्नातक तक विद्या अध्ययन के बाद महात्मा गांधी के आह्वान पर राज्य प्रजामंडल के सचिव बने और स्वाधीनता आंदोलन में सक्रिय हो गए। सन् 1964 में वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य और 1968 में अजमेर जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव बने। वे तकरीबन 26 साल तक टैक्सटाइल श्रमिक संगठन इंटक के अध्यक्ष भी रहे। वे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कर्मचारी संघ सहित कोई चालीस श्रमिक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। वे नगर सुधार न्यास के भी अध्यक्ष रहे। राजस्थान आवासीय ऋणदात्री सहकारी समिति के अध्यक्ष पद पर रहते हुए उन्होंने तीन करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए। सन् 1974-75 में पोस्ट एंड टेलीग्राफ की राज्य स्तरीय कमेटी के सदस्य रहे। सन् 1975 में उन्होंने अजमेर में विशाल रैली का आयोजन किया, जिसमें तत्कालीन इस्पात मंत्री श्री चंद्रजीत यादव व मुख्यमंत्री श्री हरिदेव जोशी ने शिरकत की। इसी साल आई भीषण बाढ़ के दौरान बाढ़ सुरक्षा समिति के अध्यक्ष रहे। सन् 1976 में भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीया श्रीमती इंदिरा गांधी के अजमेर आगमन पर स्वागत समिति के अध्यक्ष रहे। सन् 1976 से 1980 तक प्रगतिशील युवक संघ के संरक्षक रहे। यह संगठन अब भी सक्रिय है और उनके शिष्य डॉ. सुरेश गर्ग इसका संचालन कर रहे हैं। सन् 1980 में वे किशनगढ़ से विधानसभा चुनाव जीते। सन् 1985 में उन्हें फिर से टिकट दिया गया, लेकिन 5 मार्च को होने वाले चुनाव से तीन दिन पहले 2 मार्च को उनका निधन हो गया। उनके अनेक अनुयायी अपने आप को उनका शिष्य कहलाने में गौरव का अनुभव करते हैं। उनके पुत्र डॉ किस्तूर चंद चौधरी ब्यावर से विधायक रहे। उनकी राज्य के प्रमुख कांग्रेस नेताओं में होती थी। अजमेर में विधायक स्वर्गीय श्री नानकराम जगतराय की जीत में उनकी अहम भूमिका रही।