उनके व्यक्तित्व के बारे में तो आप जानते ही हैं, आइये जानते उनके अब तक कैरियर के बारे में:-
पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रदेशभर में अजमेर का नाम रोशन करने वाले चंद पत्रकारों में से एक हैं अनिल लोढ़ा। कहावत है पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। इसे चरितार्थ करने वाले अनिल लोढ़ा अध्ययनकाल के दौरान राजकीय महाविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ वक्ता के रूप में स्थापित हो गए। 19 मई, 1956 को जन्मे लोढ़ा ने राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित अंतर्विश्वविद्यालयी युवा समारोह में प्रतिनिधित्व किया और अनेक वाद-विवाद व काव्य प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत हुए।
राजस्थान पत्रिका के संवाददाता के रूप में पत्रकारिता का सफर शुरू करने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। अजमेर में नवभारत टाइम्स के ब्यूरो प्रमुख रहते हुए उन्होंने खोज खबर के मामले में कई कीर्तिमान स्थापित किए। इसके पश्चात जयपुर में दैनिक समाचार जगत का संपादन कर जता दिया कि उनमें सम्पादन की भी विलक्षण प्रतिभा है। इसी प्रतिभा से प्रभावित हो कर जयपुर से शुरू हुए दैनिक भास्कर ने राजस्थान में अपना जाल बिछाने के लिए उनके अनुभव का लाभ लिया। समाचार समन्यवयक के रूप में उन्होंने दैनिक भास्कर को एक साल में ही अग्रणी समाचार पत्र का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका अदा की। उनकी कुशल प्रबंधन शैली का फायदा उठाते हुए उन्हें अनेक संस्करणों को शुरू करने का जिम्मा भी सौंपा गया। इसके बाद इसी समाचार पत्र समूह ने जब इलेक्टॉनिक मीडिया में कदम रखा तो भास्कर टीवी के संपादन का दायित्व उन्हें सौंपा गया। राजनीतिक विश्लेषण में उनका कोई सानी नहीं है। इसी योग्यता का उपयोग करते हुए पिछले दिनों ईटीवी राजस्थान ने उन्हें विधानसभा चुनाव के विशेष कार्यक्रम का संचालन सौंपा, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। उनकी लेखन विधा की बारीक जानकारी रखने वाले बताते हैं कि उनका शब्द विन्यास इतना सटीक होता है कि उसमें एक भी शब्द इधर से उधर नहीं किया जा सकता। वर्तमान में वे अपना स्वयं का सुनहरा राजस्थान साप्ताहिक समाचार पत्र संचालित कर रहे हैं, जिसके जयपुर, मुंबई, कोलकाता व दुबई संस्करण निकल रहे हैं।
-तेजवानी गिरधर