सोमवार, 23 सितंबर 2024

जिंदादिल इंसान थे श्री पूर्णाशंकर दशोरा

शहर जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष पूर्णाशंकर दशोरा शहर के जाने-माने मिलनसार और संजीदा राजनेताओं में शुमार थे। उनके जैसे सदाशयी नेता गिनती के हैं। उनका जन्म 1 जनवरी 1950 को श्री रामलाल दशोरा के घर हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा चितौडग़ढ़, माध्यमिक शिक्षा बस्सी जिला चितौडग़ढ़, स्नातक शिक्षा चितौडग़ढ़ और एलएलबी की शिक्षा उदयपुर में हासिल की। उन्होंने बीए. एलएलबी की शिक्षा अर्जित की और वकालत को अपना पेशा बनाया। करीब चालीस वर्ष तक राजस्व मामलों की वकालत की। वे राजस्थान राजस्व अभिभाषक संघ के अध्यक्ष और सचिव और राजस्थान अधिवक्ता परिषद के संयुक्त सचिव रहे। राजकीय महाविद्यालय के विधि विभाग में पार्ट टाइम लैक्चररशिप करते थे। राजस्व मंडल में गठित वृहद पीठ व संपूर्ण पीठ में प्रभावी बहस कर अपनी छाप छोड़ी। वे करीब चालीस साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे। प्रारंभ से ही राजनीति में रुचि रही और प्रदेश भाजपा विधि प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष रहे। सन् 1998 से 2007 तक शहर जिला अध्यक्ष पद पर रहते हुए उन्होंने अपनी विशेष पहचान बनाई है। विभिन्न चुनावों में पार्टी प्रत्याशियों के मुख्य चुनाव एजेंट रहे। वे लायन्स क्लब पृथ्वीराज के अध्यक्ष रहे और स्वर्गीय सूरजनारायण पारीक महिला प्रशिक्षण महाविद्यालय, पुष्कर के उपाध्यक्ष थे। शहर में आयोजित अनेक कवि सम्मेलनों में उनकी अहम भूमिका रही। कोरोना काल में उनको व उनकी धर्मपत्नी को काल ने हमसे छीन लिया। अजमेर उनको सदा याद करता रहेगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें