शुक्रवार, 6 सितंबर 2024
अध्यापकों को छुट्टी न देना उचित या अनुचित?
अत्यधिक बरसात व बाढ की आशंका के मद्देनजर 7 व 8 सितंबर को सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। यह स्कूलों के अध्यापकों व कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। इसको लेकर अध्यापकों में नाराजगी है कि सरकार को बच्चों की सुरक्षा की तो चिंता है, मगर अध्यापकों की नहीं। उनकी बात तर्कपूर्ण लगती है, मगर दूसरी ओर अधिकारी वर्ग से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि स्कूलों में छुट्टी बच्चों की सुरक्षा के लिए ज्यादा जरूरी है। अध्यापकों का छुट्टी की अपेक्षा करना उचित नहीं है, क्योंकि अन्य विभागों के कर्मचारियों को भी छुट्टी नहीं दी गई है। आपदा के समय में सभी कर्मचारियों को मुस्तैद रखना जरूरी है। किसी संकट के वक्त उन्हें आपदा प्रबंधन में लगाया जा सकता है। इस आदेश में शनिवार 7 सितंबर की छुट्टी करना तो ठीक है, मगर जब रविवार 8 सितंबर की छुट्टी है ही, तो उस दिन छुट्टी का आदेश अटपटा प्रतीत होता है। आदेश में एक दिलचस्प तथ्य नजर आता है। वो यह कि अगर कोई संस्था प्रधान छुट्टी के दिन संस्था का संचालन करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इससे ऐसा परिलक्षित होता है कि इस प्रकार की व्यवस्था की अवहेलना होती रही है, इसी कारण खास तौर पर चेतावनी जारी की गई है। यह सही भी है। अब तक ऐसा अनुभव रहा है कि अनेक स्कूलें इस प्रकार की व्यवस्था का उल्लंधन करती रही हैं।
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