मंगलवार, 6 मार्च 2012

बुरा न मानो होली है

लालफीताशाही
मीनाक्षी हूजा-इमारत कभी बुलंद थी
सुभाष गर्ग-रंगा सियार
अतुल शर्मा-बेबस
मंजू राजपाल-अकड़ अमचूर
राजेश निर्वाण-मुंह में राम
राजेश मीणा-टाइम पास
वीरभान अजवानी-प्रशासनिक रासासिंह
लोकेश सोनवाल-लौट के बुद्धू...
अजय सिंह-नया नया मुसलमान
मोहम्मद हनीफ-थोड़ी सी जो पी ली है
किशोर कुमार-मस्तमौला
जगदीश पुरोहित-रंगरूट
सी. आर. मीणा-छाती पे मूंग
मेघना चौधरी-मत पियो सा
पुष्पा सत्यानी-भोली, गजब की गोली
प्रिया भार्गव-बाल-बाल बची
सुरेश सिंधी-यहां मैं सुरक्षित हूं
मिरजू राम शर्मा-भोला भंडारी
मनोज सेठ-झगड़े की जड़
के.के. पाठक-किताब का कीड़ा
हरि शंकर गोयल-हाथी के दांत
सी.पी. कटारिया-सेटिंग मास्टर
सत्येन्द्र नामा-मिसफिट
निशु अग्निहोत्री-मैं आदमी हूं
प्यारे मोहन त्रिपाठी-धरती पकड़
राजेन्द्र गुप्ता-बोर्ड का भौंपू
मुकुल मिश्रा-बम बम भोले
सफेदपोश
सचिन पायलट-मीडिया मेरी जेब में
डॉ. प्रभा ठाकुर-कभी तो याद आती होगी
नसीम अख्तर-नसीब अख्तर
डॉ. रघु शर्मा-इज्जत बच गई
ब्रह्मदेव कुमावत-सुनता कौन है
औंकारसिंह लखावत-घूरे के दिन फिर ही गए
सुशील कंवर पलाड़ा-सरकार मेरी जेब में
कमल बाकोलिया-कभी तो समझ आएगी
अजीत सिंह राठौड़-शौकिया राजनीतिज्ञ
नरेन शहाणी भगत-जागृति मंच का प्रोडक्ट
प्रो. वासुदेव देवनानी-लटकता खंजर
अनिता भदेल-तेरा पीछा ना छोडूंगी
महेन्द्र सिंह गुर्जर-विरासत का आनंद
रामचन्द्र चौधरी-सोलह दूनी आठ
रासा सिंह रावत-लाइलाज
प्रो. सांवरलाल जाट-वसुंधरा का हनुमान
जसराज जयपाल-और लो पंगा
डॉ. श्रीगोपाल बाहेती-कहां गया गहलोत का जादू
भंवर सिंह पलाड़ा-है कोई माई का लाल
सोमरत्न आर्य-आठ-सोलह का पाना
डॉ. के. सी. चौधरी-चुनावी मेंढ़क
सत्यकिशोर सक्सैना-हमारे भी दिन थे
महेन्द्र सिंह रलावता-रलावता कांग्रेस
इंसाफ अली-चेला शक्कर निकला
धर्मेश जैन-मेरा दर्द न जाने कोय
धर्मेन्द्र गहलोत-वक्त वक्त का फेर
नवलराय बच्चानी-काश...फिर
ललित भाटी-धीरे धीरे रे मना
बाबूलाल सिंगारिया-कछुआ चाल
हाजी कयूम खान-गरीब नवाज का करम
सुरेन्द्र सिंह शेखावत-राजनीतिक वैश्य
राजकुमार जयपाल-क्लब का राजा
श्रीकिशन सोनगरा-हाशिये पर
पुखराज पहाडिय़ा-नेतागिरी का जोम
पूर्णाशंकर दशोरा-अब कौन पूछता है
राजेश टंडन-दिन लद गए
कुलदीप कपूर-राजनीति काफूर
अरविन्द यादव-छपास का रोग
तुलसी सोनी-अब पछवावत क्या होत है
प्रताप यादव-कभी तो लहर आएगी
प्रकाश गदिया-काश बाबा होते तो
महेश ओझा-अब कांई करूं
प्रमिला कौशिक-बुरे वक्त की दोस्त
डा. सुरेश गर्ग-बड़े बेआबरू हो कर निकले
नीरज जैन-उग्रवादी
हरिश मोतियानी-सब मेरे यहां आते हैं
सतीश बंसल-इससे तो कांगे्रस बेहतर थी
दीपक हासानी-राजनीति रास नहीं आई
देवेन्द्र सिंह शेखावत-त्रिशंकु
विजय नागौरा-पीए टू भगत
कैलाश झालीवाल-हम चौड़े गली संकड़ी
नौरत गूजर-तो पंगा मोल क्यों लिया
सुनिल मोतयानी-पेराशूट
ललित गूजर-साहब मेहरबान तो
महेन्द्र तंवर-हल्दी की गांठ
शैलेन्द्र अग्रवाल-सदाबहार
बिपिन बेसिल-यस सर
जयकिशन पारवानी-मेरे तो वासुदेव देवनानी
सोनम किन्नर-सिरफिरी सरकार
सुरजीत कपूर-बल नहीं गया
अशोक तेजवानी-फोकट में सलट लिए
गुलाम मुस्तफा-पकड़ बरकरार है
जे पी शर्मा-ये कहां आ गए
जोधा टेकचंदानी-अदद ट्रस्टी बनने की चाह
रतनलाल बाकोलिया-हम किसी से कम नहीं
कामना मिश्रा-कामना रह गई
नरेश राघानी-हार नहीं मानी है
भारती श्रीवास्तव-निगम की हीरोइन
वनिता जैमन-राजनीति में केवल गंदगी ही नहीं
जयंती तिवारी-और जाग गई किस्मत
कमला गोखरू-सपना कब पूरा होगा?
ललित जड़वाल-अब मैडम जो यहां नहीं हैं
सौरभ बजाड़-कलई उतर गई
भूपेन्द्र सिंह राठौड़-एमएलए की तैयारी
चंद्रभान खंजन-राजनीतिक दंपत्ति
राजेन्द्र नरचल-दोस्ती जिंदाबाद
रमेश सेनानी-खूंटे से बंधा हूं
जुल्फिकार चिश्ती-तूफान अली
श्रीमती मधु सिंह-फिर मांगूगी टिकट
अशोक मटाई-तेरा पीछा ना छोडूंगा
सुकेश कांकरिया-सेटिंग कब तक
एस.एफ. हसन चिश्ती-ख्वाजा का शुक्र
दिनेश शर्मा-किसकी फूंक पर
मुजफ्फर भारती-मंत्र मैं पढ़ता हूं...
सत्यनारायण गर्ग-चुगलखोर
छपास स्पेशलिस्ट
डी.बी. चौधरी-आमरण अध्यक्ष
रमेश अग्रवाल-नई दुकान
दौलत सिंह-ना काहू से दोस्ती
कंवल प्रकाश-देवनानी का सिरदर्द
जे.पी. गुप्ता-एक थे गुप्ता जी
नरेन्द्र राजगुरू-ईद के चांद
नरेन्द्र सिंह चौहान-घर का रईस
वीरेन्द्र आर्य-लौट के आऊंगा
सुरेन्द्र चतुर्वेदी-अभी तो मैं जवान हूं
राजेन्द्र शर्मा-दाढ़ी की रौनक
एस.पी. मित्तल-अमूल बटर
गिरधर तेजवानी-जिंदा जड़
आर. डी. कुवेरा-पत्रकारिता का पट्टा
संतोष गुप्ता-नौकरी करो भाई
ओम माथुर-मेरे तो डीबी साहब
राजेन्द्र गुंजल-कसक बाकी है
हरीश वर्यानी-माचिस
गोपाल सिंह लबाना-गंगा नहा लिए
ऋषिराज शर्मा-न्याय का डंडा
तिलोक जैन-तीन फीत कायम है
अशोक शर्मा-मस्तमौला
प्रेम आनंदकर-अटकना छोड़ दिया मैने
सुरेश कासलीवाल-काम के दम पर
अमित वाजपेयी-चाकरी काम आई
अरविन्द गर्ग-चिरांध
यशवंत भटनागर-भोला भंडारी
संजय माथुर-सब फ्रॉड हैं
सचिन मुद्गल-प्रतिबद्ध पत्रकार
प्रताप सनकत-टांग तो ऊपर है
राजेन्द्र गुप्ता-लो, मैं वापस आ गया
सुरेश लालवानी-बॉडी बिल्डर
अमित टंडन-चमचागिरी नहीं कर सकता
विक्रम चौधरी-सब छोड़ दिया
सुमन शर्मा-रौनक
राजेन्द्र याज्ञिक-पंडित जी, कहां हो
दिलीप मोरवाल-अस्पताल की नब्ज
मुकेश खंडेलवाल-आ गए ठिकाने
तीरथदास गोरानी-टाइम पास
देवेन्द्र सिंह-अब खुश हूं
शिव कुमार जांगीड़-की सेवा, पाया मेवा
भानुप्रताप गुर्जर-मेहनतकश
मधुलिका सिंह-जलवा बरकरार है
बलजीत सिंह-असली संपादक
संतोष खाचरियावास-अखबार तो हम निकालते हैं
निर्मल मिश्रा-छैल भंवर
क्षितिज गौड़-अंग्रेजी की टांग
गिरीश दाधीच-पता लगा दाल-रोटी का भाव
आरिफ कुरैशी-ख्वाजा का दीवाना
योगेश सारस्वत-मंजिल मिल ही गई
अनिल दुबे-गुरू घंटाल
रजनीश रोहिल्ला-अब टिक कर काम करूंगा
अजय गुप्ता-अल्लाह की गाय
रहमान खान-अरे, भई जान हो कहां
मोईन कादरी-तीन लोक से मथुरा न्यारी
रूपेन्द्र शर्मा-मौकू कोई ठोर नहीं
मनोज दाधीच-डायरेक्टर
अभिजीत दवे-ऊंचे रसूखात
जाकिर हुसैन-शामिल बाजा
मनवीर सिंह-मिर्ची
राजकुमार वर्मा-चले तो खूब
रईस खान-अल्लाह निगेहबान
राकेश भट्ट-पुष्कर नरेश
प्रियांक शर्मा-मुंबइया स्टाइल
अनिल माहेश्वरी-सीट के साथ
गजेन्द्र बोहरा-दाईपना छोड़ दिया
समंदर सिंह-यातायात महकमा जेब में
एन. के. जैन-विशेषांक का चस्का
विकास छाबड़ा-टूलिप जिंदाबाद
नवाब हिदायतुल्ला-सेटिंगबाज
संग्राम सिंह-सपनों का सौदागर
सुरेन्द्र जोशी-इसमें मेरा क्या दोष?
तिलक माथुर-पुराना चावल
अखिलेश शाह-सेठ बनाम पत्रकार
सुधीर मित्तल-रुतबा कायम है
बुधराज जैन-दुकानदार
संजय अग्रवाल-जाने माने पत्रकार
अमर सिंह-मैं कहां जाऊं
बालकिशन-मीठी छुर्री
दिनेश कुमार गर्ग-नारद मुनि
विजय शर्मा-उठाऊ चूल्हा
नरेन्द्र भारद्वाज-देखन में छोटे लगैं
अनुराग जैन-दो नाव में सवार
माधवी स्टीफन-नैन कटारी
हर्षिता शर्मा-यस सर
अंतिमा व्यास-बहन जी
कौशल जैन-दिन फिर गए
आशु-एक बेचारा
नरेश शर्मा-आपका नाम क्या है
आशुतोष-काम से मतलब
मुजफ्फर अली-अमीबा
याद हुसैन कुरैशी-कार्यवाहक ही सही
मधुसूदन चौहान-ठेकेदार
संतोष सोनी-घाघ
इन्द्र नटराज-एक जमाना था
महेश नटराज-जिंदगी कट ही जाएगी
मुकेश परिहार-एडीटर मेरी जेब में
सत्यनारायण झाला-क्या क्या करूं
दीपक शर्मा-हाउ आर यू
मोहन कुमावत-नौकरी जिंदाबाद
जय माखीजा-चुलबुला
मोहम्मद अली-हरफनमौला
बालकिशन झा-गिरगिट
अनिल-चल पड़ी
नवीन सोनवाल-अजमेर का प्रभुदेवा
नानक भाटिया-नानक दुखिया सब संसार
आलोक राठी-पत्रकारिता का रुतबा
अनिल गुप्ता-ठसके से
राजकुमार जोशी-शर्मा जी का भला हो
बद्रीश घिल्डियाल-पीए टू...
नारायण दास सिंधी-फैक्ट्री ऑफ जर्नलिस्ट
इत्यादि-इत्यादि
अरुणा रॉय-अन्ना जाए भाड़ में
कालीचरण खंडेलवाल-नोट धरे रह गए
सुनिल दत्त जैन-क्रीज से बाहर
सीताराम गोयल-चांदी का जूता
मनोज मित्तल-दिल में छुपा अरमान
जगदीश वच्छानी-साईं जिन चेई विया आहिन
किशन गुर्जर-फटे में टांग
जे. पी. दाधीच-सबसे बड़ा रुपैया
प्रो. बी. पी. सारस्वत-असली हम हैं
डॉ. लाल थदानी-राजनीति का तीतर
कमलेन्द्र झा-सारेगामापा
रासबिहारी गौड़-अजमेर का सिद्धू
रणजीत मलिक-कोलावेरी डी
अनन्त भटनागर-आधा तीतर, आधा बटेर
उमरदान लखावत-अंडर करंट
दशरथ सिंह सकराय-राजपूत ब्रिगेड
गोपाल गर्ग-मैं शायर तो नहीं
सूर्य प्रकाश गांधी-लेबल कायम है
कोसिनोक जैन-मैनेजमेंट फंडा
कीर्ति पाठक-अजमेर की अन्नी
प्रमिला सिंह-असली तो मैं हूं
प्रकाश जैन पाटनी-सर्वधर्म की दुकान
शंकर बन्ना-जो हम से टकराएगा
लाखन सिंह-हमारा बजाज
गोपाल बंजारा-ऊंची दुकान
जयबहादुर माथुर-बच्चों का सौदागर
उमेश चौरसिया-लिखना हम भी जानते हैं
सुनिल बुटानी-दूध का जला
वासुदेव माधानी-इच्छा दफ्न है
दिलीप पारीक-इन्हें चाहिए सिंकारा
प्रभु लौंगानी-प्रभु कहे सो सही
दौलत लौंगानी-खबरची
मोहन चेलानी-कामरेड
हरीश हिंगोरानी-इस बार नहीं छोडूंगा
महेन्द्र तीर्थानी-हर जगह हाजिर
हरि चंदनानी-नंगे से भगवान भी डरते हैं
मोहन तुल्सियानी-भाई साहब जिंदाबाद
महेश तेजवानी-साईं तेरा आसरा
राजकुमार लुधानी-एटीएम मशीन
बलराम हरलानी-घर फूंक तमाशा
भगवान कलवानी-समाजसेवा की बीमारी
मनोज आहूजा-कुमावत की परछाई
तेजू लौंगानी-देवनानी की पूंछ
प्रकाश जेठरा-बेनागा विज्ञप्ति