सोमवार, 12 मार्च 2012

न्यास में ट्रस्टियों को शामिल करने की सुगबुगाहट शुरू


नगर सुधार न्यास में अध्यक्ष पद पर नरेन शहाणी भगत की नियुक्ति के काफी दिन बाद अब ट्रस्टियों के गठन की सुगबुगाहट फिर शुरू हो गई है। हालांकि भगत की नियुक्ति के साथ ही ट्रस्टी बनने के लिए दावेदारों ने जोड़तोड़ शुरू कर दी थी, लेकिन तब यह संदेश दिया गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ट्रस्टियों मे मनोनयन के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि इससे विवाद बढ़ेगा। ऐसे में दावेदार मायूस हो कर बैठ गए थे। मगर हाल ही पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद बिगड़े हाईकमान के मिजाज को देखते हुए कार्यकर्ताओं की सुध लिए जाने की जानकारी है। संगठन का भी दबाव है कि यदि कार्यकर्ताओं को इनाम दे कर खुश नहीं किया जाएगा तो वे चुनाव के वक्त ठीक से काम नहीं करेंगे। कार्यकर्ताओं को इसकी भनक लगते ही कवायद फिर शुरू हो गई है। भगत अपने कुछ भगतों को तो ट्रस्टी बनवाने की फिराक में हैं ही, जसराज जयपाल, डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, ललित भाटी व महेन्द्र सिंह रलावता भी अपने चहेतों को न्यास में दाखिल करवाने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि गहलोत का जैसा मिजाज है, उसे देखते हुए पक्का नहीं कहा जा सकता कि कभी कार्यकर्ताओं के सबसे बड़े खैरख्वाह माने जाने वाले गहलोत इसमें रुचि लेंगे। उनके इस मिजाज के कारण आज आम कार्यकर्ता आपसी बातचीत में उन्हें गालियां देने से भी नहीं चूकते।
बहरहाल, अब जब कि फिर से सुगबुगाहट शुरू हुई है, न्यास में निगम के दो पार्षदों को भी ट्रस्टी के रूप में भेजे जाने की चर्चा शुरू हो गई है। जाहिर सी बात है कि भगत अपने सबसे ज्यादा चहेते विजय नागौरा को पहले से ही पार्षद होने के कारण ट्रस्टी बनवा नहीं सकते, सो उन्हें निगम की ओर से प्रविष्ठ करवाना चाहते हैं। वैसे भी उन्हें हर वक्त अपने साथ लिए घूमते हैं और न्यास दफ्तर में भी नागौरा काफी समय व्यतीत करते हैं। परेशानी ये है कि भगत अपनी ओर से तो नागौरा को मांग नहीं सकते, उनका प्रस्ताव तो निगम की ओर से ही आएगा और वहां मेयर कमल बाकोलिया कभी नहीं चाहेंगे कि उनका नाम भेजा जाए। संभव है उनकी रुचि नौरत गुर्जर, नरेश सत्यावना इत्यादि में हो। समझा जाता है कि इसको लेकर विवाद होगा ही, अत: अधिक संभावना इसी बात की है कि अंतिम फैसला अजमेर के सांसद व केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री सचिन पायलट करेंगे। वे ही अपने तीनों शागिर्दों भगत, बाकोलिया व रलावता की राय ले कर नाम तय करेंगे।
-तेजवानी गिरधर
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