गुरुवार, 13 फ़रवरी 2014

अजमेर से ही चुनाव लड़ेंगे सचिन पायलट

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस की कमान अजमेर के सांसद व केन्द्रीय कंपनी मामलात राज्य मंत्री सचिन पायलट को सौंपने के बाद हालांकि कई लोग चर्चा कर रहे हैं कि वे अजमेर से चुनाव नहीं लड़ेंगे, मगर सुविज्ञ सूत्र बताते हैं कि वे अजमेर से ही चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने बाकायदा ग्राउंड लेवल पर काम भी शुरू कर दिया है। उनकी इस तैयारी के संकेत हाल ही उनके अजमेर प्रवास के दौरान भी मिले। वे कांग्रेस पार्षदों व पदाधिकारियों से तफसील से मिले और उनके गिले शिकवे दूर करने की कोशिश की।
असल में सचिन से नाइत्तफाकी रखने वाले स्थानीय कांग्रेस नेता यही अफवाह फैला रहे हैं कि सचिन अजमेर को छोड़ कर भीलवाड़ा अथवा जयपुर ग्रामीण या किसी और सीट से चुनाव लडऩे पर विचार कर रहे हैं। उनका तर्क ये है कि चूंकि कई स्थानीय नेता नाराज हैं, इस कारण उन्हें विधानसभा चुनाव में भाजपा से तकरीबन दो लाख वोटों से पिछड़ी कांग्रेस की नैया पार लगाना कठिन होगा, इस कारण वे अजमेर सीट छोडऩे को मजबूर हैं। सचिन के प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले तो कई नेता खुल कर विरोध करने को उतारू थे, मगर प्रदेश की कमान सौंपे जाने के बाद अब उनके मुंह सिल गए हैं। अब वे बगावत करने से भी बचेंगे। जानते हैं कि अगर थोड़ी सी भी गड़बड़ की तो सचिन उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देंगे, जिसके लिए कि वे प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते अधिकृत भी हैं। सचिन भी फिलहाल सभी को साथ लेकर चलने पर जोर दे रहे हैं। इस कारण संगठन में कोई बड़ा फेरबदल करने के मूड में नहीं हैं। अलबत्ता लोकसभा चुनाव के बाद जरूर परफोरमेंस के आधार पर नए सिरे से जाजम बिछाएंगे।
वैसे राजनीति के जानकारों का मानना है कि भले ही सचिन की तैयारी अजमेर से ही चुनाव लडऩे की है, मगर समीकरण अथवा हालात बदलने की स्थिति में ऐन वक्त पर सीट बदलने अथवा चुनाव ही नहीं लडऩे की संभावनाएं बरकरार हैं। समझा जाता है कि हाईकमान भी उन्हें प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पूरी लिबर्टी देगी।