सोमवार, 13 मार्च 2017

होली है भई होली है

सरकारी सील ठप्पे
ओपी सैनी-वकीलों के फेर में
ललित के पंवार-छपास
मेहाराम विश्नोई-कांग्रेस से परेशान
हनुमान सहाय मीणा-टाइम पास
गौरव गोयल-छैल भंवर
मालिनी अग्रवाल-मुझे क्या फिक्र
पुनीत चावला-मस्त मौला
प्रो. बी.एल. चौधरी-सरकार की फूंक
प्रो. कैलाश सोढानी-हम से बढ़ कर कौन
किशोर कुमार-एक बेचारा काम के बोझ का मारा
सुरेश सिंधी-तीन लोक से मथुरा न्यारी
राधेश्याम मीणा-नौकरी बजानी है
हरफूल यादव-कभी गाडी नाव पर, कभी नाव गाडी पर
के.के. शर्मा-हम से बढ़ कर कौन
नितिन दीप ब्लग्गन-अब मुझे क्या पड़ी है
ओम प्रकाश-लहर का इंतजार
मोनिका सेन-सुष्मिता सेन

कुर्ता-पायजामा
प्रो. सांवर लाल जाट-सेवा काम आई
सचिन पायलट-आशा की किरण
भूपेंद्र यादव-लंबी छलांग
औंकारसिंह लखावत-राजनीति की चील
वासुदेव देवनानी-टांग ऊपर
अनिता भदेल-किस्मत की धनी
सुरेश रावत-लंबी रेस का घोड़ा
रामनारायण गुर्जर-...नाक काहू से बैर
डॉ. रघु शर्मा-मीडिया का मारा
अरविंद यादव-आका मेहरबान तो...
नसीम अख्तर-ये तो गलत बात है
प्रो. बी.पी. सारस्वत-कभी तो लहर आएगी
भूपेंद्रसिंह राठौड़-मीडिया मेहरबान
विजय जैन-लो प्रोफाइल
धर्मेंद्र गहलोत-अक्ल दाढ आ गई
शिव शंकर हेड़ा-उत्तर पर नजर
संपत सांखला-पक्षियों में कौआ
सुशील कंवर पलाड़ा-किस्मत बुलंद
रासा सिंह रावत-ढ़लती सांझ
रामचन्द्र चौधरी-लाइलाज नेता
कमल बाकोलिया-अब क्या करूं...
नरेन शहाणी भगत-फिलहाल चुप्पी ही भली
हेमंत भाटी-मछली की आंख पर नजर
डॉ. श्रीगोपाल बाहेती-अमीबा
भंवर सिंह पलाड़ा-बहुत दूर जाना है
सोमरत्न आर्य-अजमेरीलाल
महेन्द्र सिंह रलावता-इस बार आर या पार
धर्मेश जैन-अधूरा सपना
ललित भाटी-मैदान नहीं छोडूंगा
सुरेन्द्र सिंह शेखावत-समझदार
डॉ. राजकुमार जयपाल-अपुन तो अब भी राजा हैं
पूर्णाशंकर दशोरा-हाशिये पर
हरीश झामनानी-वक्त गंवा दिया
सबा खान-फोटो एंगल मास्टर
राजेश टंडन-..गुलामची थोड़े ही छोडूंगा
सतीश बंसल-राजनीति से समाजसेवा भली
कैलाश झालीवाल-हम से बढ़ कर कौन
शैलेन्द्र अग्रवाल-सिपाही

शहर के चौधर
डी.बी. चौधरी-एवरग्रीन
जे.पी. गुप्ता-अज्ञातवास
नरेन्द्र चौहान-खुशवंत सिंह
डॉ. रमेश अग्रवाल-भानुमति का कुनबा
उपेंद्र शर्मा-मुसाफिर
कंवल प्रकाश किशनानी-तू नानी तो मैं भी नानी
हरीश वर्यानी-अजमेर-जयपुर शटल
गोपाल सिंह लबाना-कछुआ चाल
वीरेन्द्र आर्य-अजमेर का मोह
डॉ. इंदु शेखर पंचोली-लंबी दौड़
ओम माथुर-यारों का यार
सुरेन्द्र चतुर्वेदी-छुपा रुस्तम
राजेन्द्र शर्मा-काम की बीमारी
राजेंद्र गुंजल-सेवा का मेवा
एस.पी. मित्तल-ब्लॉग मास्टर
गिरधर तेजवानी-रस्सी जल गई..
अमित वाजपेयी-लंबी छलांग
सुरेश कासलीवाल-कलेक्टर की छाया
त्रिलोक जैन-पत्रकारिता की विरासत
प्रताप सनकत-रायता ढुल गया
राजेंद्र याज्ञिक-मस्तमौला
भानुप्रताप गुर्जर-सही वक्त का सही फैसला
अशोक शर्मा-यायावर
प्रेम आनंदकर-जो गुजर जाए वो अच्छा
संजय माथुर-काम के दम पर
अरविन्द गर्ग-कल्लू मामा
यशवंत भटनागर-भाड़ में जाए पत्रकारिता
तीरथदास गोरानी-छेडख़ानी
युगलेश शर्मा-ना काहू से दोस्ती
दिलीप शर्मा-समय समय का फेर
सचिन मुद्गल-उड़ चला पंछी
सुरेश लालवानी-बॉस इस आल्वेज राइट
विक्रम चौधरी-यारबाज
दिलीप मोरवाल-जेएलएन की दाई
योगेश सारस्वत-अब मिला मुकाम
अतुल सिंह-साइबर स्पेशलिस्ट
बलजीत सिंह-नींव का पत्थर
निर्मल मिश्रा-हम नहीं सुधरेंगे
अनोज शुक्ला-खिलाड़ी
पंकज यादव-भोले भंडारी
बृजेश शर्मा-छप्पन छुर्री
संतोष खाचरियावास-वक्त का इंतजार
गिरीश दाधीच-सियाना
देवेन्द्र सिंह-मुकाम मिल ही गया
क्षितिज गौड़-अंग्रेज
रक्तिम तिवाड़ी-भोला पंछी
अरविंद अपूर्वा-काहे की चिंता
धर्मेंद्र प्रजापति-थानेदार
अजय यादव-भोला भगत
भूपेंद्र सिंह-अंतर्मुखी
सी पी जोशी-वक्त के भरोसे
रजनीश शर्मा-स्टाइलिश
पी.के. श्रीवास्तव-बिना पीके
सूर्य प्रकाश गांधी-आजीवन बापू
रोहिताश्व गुर्जर-तिरछी नजर
रजनीश रोहिल्ला-चलती का नाम गाडी
मनोज दाधीच-यस बॉस
मनवीर सिंह-ढ़ाई घर की चाल
अभिजीत दवे-दुकान चालू आहे
राकेश भट्ट-पुष्कर नरेश
जाकिर हुसैन-जाऊं कहां बता ए दिल
नवाब हिदायतुल्ला-मन की मन में रह गई
संजय अग्रवाल-खुद की दुनिया में मस्त
बालकिशन-घाव करें गंभीर
नरेन्द्र भारद्वाज-जितना ऊपर उतना नीचे
संजय गर्ग-रंगीन दुनिया
प्रियांक शर्मा-हीरो
कौशल जैन-उठाऊ चूल्हा
आशु-हम किसी से कम नहीं
नरेश पार्टी-नाम यूं ही नहीं पड़ा
महेश नटराज-तीसरा बेटा
सत्यनारायण जाला-प्रेस क्लब का खूंटा
मुकेश परिहार-उछल कूद नहीं छूटती
नवीन सोनवाल-चलती का नाम गाडी
मोहन कुमावत-रमता जोगी
जय माखीजा-बेटा बाप से भी बढ़ कर
अशोक बंदवाल-दुनिया जाए भाड़ में
मोहम्मद अली-कहां से कहां तक
रमेश डाबी-हमका ऐसा वैसा ना समझो
मोहन ठाडा-जाहिं विधि राखे राम