बुधवार, 26 फ़रवरी 2014

सचिन पायलट पर राजेश टंडन के दावे का सच क्या है?

अजमेर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश टंडन का दावा है कि वे अजमेर के राजनीतिक व प्रशासनिक पंडित हैं। इसका इजहार उन्होंने हाल ही फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए किया है। उनका कहना है कि अजमेर के सांसद व केन्द्रीय कंपनी मामलात राज्य मंत्री सचिन पायलट, जो कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं, इस बार अजमेर से चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनका कहना है कि उनका दावा कभी बेबुनियाद नहीं होता। इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि भवानी सिंह देथा अजमेर के जिला कलेक्टर होंगे और वैसा ही हुआ।
उनके नए दावे में कितना दम है, ये तो वक्त ही बताएगा, मगर इतना जरूर तय है कि अजमेर रहते हुए भी उनके जयपुर कनैक्शन काफी तगड़े हैं।   अकेले इसी गुण की बदौलत राजनीति में उन्होंने अपनी पकड़ बना रखी है। बेबाकी उनका दूसरा गुण है, जिसके चलते उनका व्यक्तित्व बिंदास कहलाता है, मगर इसी वजह से कई बार विवाद में भी आ जाते हैं। सचिन पायलट के मामले में किया गया उनका यह दावा भी कुछ इसी प्रकार का है। सच तो ये है कि आज एक भी कांग्रेसी ऐसा नहीं है कि जो इतनी हिमाकत कर सके। हां, इतना जरूर है कि सचिन यहीं से चुनाव लड़ें, इस पर जोर देने वाले अनेक मिल जाएंगे। भूख हड़ताल करने वाले भी तैयार हैं? ऐसे में जाहिर है टंडन का यह दावा विवाद पैदा करने वाला है। इस पर स्थानीय कांग्रेसियों में खासी चर्चा है। सवाल ये उठ रहा है कि आखिर वे किस आधार पर ये दावा कर रहे हैं? दूसरा ये कि इतने संवेदनशील मुद्दे पर दावा करने की वजह और जरूरत क्या है, जब कि खुद सचिन इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहे? तीसरा ये कि उनकी जानकारी व दावे का सूत्र क्या है? उनका यह दावा सचिन के अनुकूल है या प्रतिकूल ये भी पता नहीं लग रहा। हालांकि वाट्स एप पर उनकी एक टिप्पणी का इससे कोई लेना-देना है या नहीं, मगर उसको लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। टिप्पणी ये है:-
FOR COMING LOK  SAHBA ELETION
Ajmer ka sansad ajmer ka jaya hona chahiye ajmer mai aya nahi hona chahiye. 
Humhe buppi lehri , rajya vardhan singh , jadeep dhankad and c.r chouhdary sweekar nahi hai .
Kya aap ko sky lab neta(sansad) sweekar hai ajmer ke interest mai ya nahi pls comment..
समझा जा सकता है कि उनकी ये टिप्पणी क्या इशारा कर रही है? दूसरी ओर पिछले दिनों उनकी पहल पर आयोजित कांग्रेसियों की बैठक में  सचिन के पक्ष में पारित प्रस्ताव असमंजस पैदा करता है। लोग समझ ही नहीं पा रहे कि टंडन के दिमाग में आखिर है क्या? जो कुछ भी हो, उनकी इस प्रकार की गतिविधियों से वे कम से कम चर्चा में तो हैं?