रविवार, 30 जून 2013

क्या नाथूराम व भागीरथ में फिर होगी भिड़ंत?

नाथूराम सिनोदिया
पिछले दिनों अजमेर देहात जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में किशनगढ़ में हुई बैठक में हालांकि दावेदारों पर खुल कर कोई चर्चा नहीं हुई और प्रत्याशियों के चयन का अधिकार कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सांसद व केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट को दिया गया, मगर यह तो साफ हो गया कि मौजूदा विधायक नाथूराम सिनोदिया ही फिर से टिकट के प्रबल दावेदार होंगे। कारण ये कि अन्य कोई भी दावेदार खुल कर सामने नहीं आया।
दूसरी ओर भाजपा के अंदरखाने की खबर है कि वहां भी पिछले चुनाव में सिनोदिया से भिड़े पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी के अतिरिक्त कोई अन्य दावेदार दमदार तरीके से उभर कर सामने नहीं आ रहा। अलबत्ता पूर्व जलदाय मंत्री प्रो. सांवरलाल जाट का नाम जरूर चर्चा में है, मगर यह खुद उन पर निर्भर करेगा कि वे नसीराबाद सीट छोड़ कर यहां आना चाहते हैं या नहीं। कहने की जरूरत नहीं है कि प्रो. जाट के टिकट में कोई झंझट नहीं है। यानि कि उनका टिकट पक्का ही है। ज्यादा संभावना यही है कि वे फिर से नसीराबाद से ही चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि पिछली बार वे मात्र 71 वोटों से ही पराजित हुए थे। उसमें भी धांधली का विवाद उठा था। किशनगढ़ की सीट उनके लिए शायद उतनी मुफीद न हो। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा यही है कि इस बार फिर से सिनोदिया और भागीरथ ही आमने-सामने होंगे।
भागीरथ चौधरी
जहां तक चौधरी की छवि का सवाल है, उन पर प्रत्यक्ष रूप से कोई बड़ा आरोप नहीं है। किशनगढ़ शहर में व्यापारियों से उनके संपर्क को भी सकारात्मक माना जाता है। दूसरी ओर सिनोदिया का ठेठ देताती अंदाज होने के कारण गांवों में वे काफी लोकप्रिय हैं। आम मतदाताओं को आसानी से मिल जाने के कारण भी उन्हें पसंद किया जाता है। देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष होने के कारण संगठन पर भी पूरी पकड़ है।
ज्ञातव्य है कि पिछले चुनाव में सिनोदिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भागीरथ चौधरी को 9 हजार 724 मतों से हराया था। सिनोदिया को 65 हजार 42 व भागीरथ चौधरी को 55 हजार 318 मत मिले थे। अन्य उम्मीदवारों में बहुजन समाज पार्टी के अवधेष कुमार को 3 हजार 3, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के रामनिवास को 3 हजार 349, राजस्थान विकास पार्टी के नाहर सिंह को 3 हजार 203 तथा निर्दलीय प्रत्याशी धर्मराज रेगर को 366, सरदार को 2 हजार 81, सत्यनारायण सेन को 855, श्योराम को 668 व तेजपाल चौधरी को 689 मत मिले।
जातीय समीकरण
इस इलाके में जाट 43 हजार, अनुसूचित जाति 27 हजार, महाजन 25 हजार, गुर्जर 23 हजार, राजपूत 2० हजार, ब्राह्मण 19 हजार, मुस्लिम 18 हजार, माली 5 हजार, रावत 3 हजार व शेष अन्य माने हैं।
अब तक के विधायक
1952 - चांदमल, कांग्रेस
1952 उपचुनाव-जयनारायण व्यास, कांग्रेस
1957 - पुरुषोत्तम लाल, कांग्रेस
1962 - बालचंद, निर्दलीय
1967 - सुमेर सिंह, निर्दलीय
1972 - प्रतापसिंह, निर्दलीय
1977 - करतार सिंह, जनता पार्टी
1980 - केसरीचंद चौधरी, कांग्रेस
1985 - जगजीत सिंह, भाजपा
1990 - जगजीत सिंह, भाजपा
1993 -जगदीप धनखड़, कांग्रेस
1998 - नाथूराम सिनोदिया, कांगे्रस
2003 - भागीरथ चौधरी, भाजपा
2008 - नाथूराम सिनोदिया

-तेजवानी गिरधर