शनिवार, 8 सितंबर 2012

भाटी जी, बाहेती जी, चंबल का पानी कैसे लाएंगे?



आपको याद होगा कि बीसलपुर के पानी का बंटवारा होने पर जब अजमेर जिले की प्यास पर संकट आया तो कभी पूर्व उप मंत्री ललित भाटी व पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने पुरजोर शब्दों में चंबल का पानी अजमेर लाने की मांग की थी। भाटी जी के प्रयासों से जहां उसके व्यावहारिक पक्ष को जानने के लिए सर्वे हुआ, वहीं बाहेती जी के दबाव पर सरकार ने कथित तौर सिद्धांतत: इसे स्वीकार भी कर लिया। मगर जैसे हालात हैं, लगता नहीं कि उनकी मुहिम कामयाब हो पाएगी। वजह ये है कि भैंसरोडगढ़ व रावतभाटा के लोगों ने चंबल का पानी कहीं और ले जाने पर कड़ा ऐतराज कर दिया है। हालांकि उन्हें अभी पता नहीं कि चंबल का पानी अजमेर ले जाने पर भी विचार हो रहा है, लेकिन जैसे ही उन्हें पता लगा कि चंबल का पानी भीलवाड़ा ले जाने की योजना बन रही है तो उन्होंने भाजपा नेताओं की अगुवाई में उसका विरोध कर दिया। उनका कहना है कि चंबल के पानी पर पहला हक उनका है। भाजपा नेताओं ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चंबल किनारे पानी के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। खेतों के लिए नहर नहीं बनाई जा रही। दूसरी ओर, चंबल का पानी भीलवाड़ा भेजे जाने की योजना बन गई है। क्षेत्रवासियों को जब तक पानी नहीं मिलेगा, तब तक योजना का विरोध जारी रहेगा।
भाजपा नेताओं ने यह घोषणा चंबल भीलवाड़ा पेयजल योजना के विरोध में एवं इलाके के गांवों में पेयजल योजना लागू करने के लिए भाजपा की ओर से आयोजित गांवों की महापंचायत में की। पूर्व सांसद श्रीचंद कृपलानी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री सी पी जोशी सिर्फ भीलवाड़ा को ही पानी दिलाना चाहते हैं। यह अच्छा तब होता, जब जोशी आसपास के इलाकों का भी ध्यान रखते। कोटा दक्षिण के विधायक ओम बिरला ने कहा कि पहले गांव में पीने का पानी और खेतों को पानी मिलेगा, तभी पानी बाहर भेजने दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि पाइप लाइनों से खून जा सकता है, लेकिन पानी नहीं जाने देंगे। बिरला ने कहा कि स्थानीय सांसद ने इलाके के पानी के लिए कोई प्रयास नहीं किया। चंबल के किनारे लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है। यहां डूब विस्थापित क्षेत्र से लोग बसे हैं और अब वन्यजीव क्षेत्र में आ गए हैं। यह पीड़ा यहां के लोगों की है। ऐसे में बांधों से पानी नहीं मिलेगा तो, लोग क्या करेंगे। बाद में सभी नेताओं ने तहसीलदार को प्रस्तावित योजना के विरोध में ज्ञापन दिया।
भाजपा के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन से यह साफ है कि भाटी जी व बाहेती जी की मुहिम में कितना बड़ा रोड़ा आने वाला है।  जब जोशी जी जैसे केन्द्रीय मंत्री के प्रयासों पर ही ऐतराज हो रहा है तो अजमेर के नेता ठहरते ही कहां हैं?
-तेजवानी गिरधर