गुरुवार, 19 जुलाई 2012

कुछ इस तरह घेरा रघु शर्मा को कीर्ति पाठक ने


सब जानते हैं कि फेसबुक इन दिनों अभिव्यक्ति का और अतिरेक अवस्था में भड़ास निकालने का सबसे अच्छा जरिया है। जो बात आप किसी के मुंह पर अथवा कहीं और नहीं कह सकते, वह आपको फेसबुक पर कहने की पूरी छूट है। फिर वह चाहे कितनी ही बड़ी तोप क्यों न हो। और अगर गलती से उस तोप ने भी उसमें हिस्सा ले लिया तो पलट कर ऐसा वार होता है कि उसका जवाब देते नहीं बनता। गर बनता भी है तो उसे आगे बढ़ा कर कौन अपनी फजीहत करवाए। कुछ ऐसा ही हुआ राजस्थान के तेजतर्रार व बयानबाजी में दूसरों के छक्के छुड़ाने वाले सरकारी मुख्य सचेतक डा. रघु शर्मा के साथ। गलती से जानबूझ कर डा. शर्मा ने अपने बारे में इंडिया अगेंस्ट करप्शन की अजमेर प्रभारी की ओर से की गई एक टिप्पणी का जवाब दे दिया तो पटल कर ऐसा जवाब आया कि उसका आज तक वे प्रत्युत्तर नहीं दे पाए हैं।
हुआ यूं कि खबर केकड़ी के फेसबुक अकाउंट पर यह खबर छपी कि रघु शर्मा ने अगले पांच साल में केकड़ी को जिला बनाने का ऐलान किया है। इस पर कीर्ति शर्मा पाठक को तरारा आ गया और बोल दिया रघु शर्मा पर ताबड़तोड़ हमला, मानो पहले की कोई खुन्नस हो। उनके कमेंट की भाषा से ही आप अनुमान लगा लेंगे कि अभिव्यक्ति की आजादी का कितना सदुपयोग किया गया है। देखिए-
अगले पांच सालों में क्यों ???इन पांच सालों में इस का ख्याल क्यों नहीं आया ???अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो झुनझुने बांटने का शौक हो गया है जनप्रतिनिधियों को ....ये राजनीतिज्ञों की चुनावों को ले कर जो चालें चली जाती है उन्हें जनता अब जान चुकी है .....अब बहकावे में नहीं आएगी .....रघु शर्मा जी को इस बात का खुलासा करना ही होगा कि इन पांच सालों में केकड़ी को जिला बनाने का उन्होंने क्या प्रयास किया ???? अगर वे शुरू से ही प्रयासरत रहे हैं तो सही वर्ना अभी नए मुद्दे न उठायें वरन उन कोशिशों का खुलासा करें जिन्हें वे चुनाव जीतने के बाद से करते आये हैं .....जनता अब उन का ही हिसाब मांग रही है ...घोषणाएं और वादे तो चुनाव घोषणा पत्र में आते रहेंगे ...भरमाने का दौर शुरू न करें ...लेखा जोखा दें ...जनता आप से काम का हिसाब मांग रही है जो आप ने चुनाव जीतने से अब तक किया है.......जनता ने आप को काम करने को चुना था...स्थानीय जनता ने आप पर विश्वास कर के आप को विधानसभा तक पहुंचाया था कि आप उन के प्रतिनिधि बन कर स्थानीय हित और राज्य हित व देश हित में कार्य करेंगे...अब सभाएं कर के फिर चुनाव कि तैयारी में सार्थक प्रकार से जुड़े...अपने किये हुए कार्य गिनाएं....अपने किये वादे जो-जो आप ने पूरे किये हैं, उन्हें जनता के सामने लाइए न कि और वादे करने चालू करें...हम जनता को पुराना हिसाब देखना है...जानना है कि आप हमारी कसौटी पर कितना खरा उतरे हैं......आपने इन सालों में क्या काम किया है.......
इस पर रघु शर्मा ने अंग्रेजी में यह जवाब दिया-
Raghu Sharma - What I have done in my constituency people know better than any body else who speaks from far far away look mam in democracy it is peoples endorsement which matters time will reply weather dovelopment has taken place or not so don't be bothered about my work let it be between me and people of kekri
जाहिर सी बात है कि रघु शर्मा के लिए इससे बेहतर जवाब हो भी नहीं सकता था, मगर इस पर कीर्ती शर्मा पाठक ने उन्हें अंग्रेजी में ही कैसा लपेटा, देखिए-
Kirti Sharma Pathak - My views stand.....Please do not take it personal Mr.Raghu Sharma,I personally do not/cannot have any grudge against you but this is not the time for going on about the policies you WILL undertake in your supposedly ne&t term.....We are the people of Ajmer district and are working in Kekri too.....so the allegation of talking from far away does not stand.....I personally never ever stoop to personal statements and think of India as one but your statement of me talking from far far away and everything between you and the people of Kekri seems that you are against your leadership too where Mrs Sonia Gandhi speaks about the developmental or any other work going on in various parts of India..... She speaks from far far away.....So what do have to say about this.....???The people are being educated and awakened by IAC,we are against corruption and corruption alone....there is no politics if we question any one or speak against any statement issued....I am sorry if this hurts but nothing personal.....and ofcourse the endorsement as you say will follow...if there is.....an endorsement I mean.....regards....
क्या हम गलत हैं ????
आया न मजा। भला इस पर रघु शर्मा क्या जवाब देते? कदाचित इस कारण नहीं दिया होगा कि कौन अपनी और फजीहत करवाए। सीधी सी बात है, वे बैठे हैं एक प्रतिष्ठित पद पर और पलट कर हमलावर रुख अपना नहीं सकते और हमला करने वाले को फ्रीस्टाइल का पूरा अधिकार है, वो भी अगर टीम अन्ना का सदस्य हो। वैसे आजकल फेसबुक का अमूमन इस्तेमाल आजकल या तो फूहड़ और सैक्सी फोटो दिखाने के लिए होता है या फिर इस प्रकार की अंतहीन बहस के लिए।
क्या हम गलत हैं?
-तेजवानी गिरधर