शुक्रवार, 24 अक्तूबर 2014

नसीराबाद के असली विधायक तो सुनिल गुर्जर हैं

भले ही हाल में हुई नसीराबाद विधानसभा उपचुनाव में कानूनी तौर पर कांग्रेस के रामनारायण गुर्जर चुनाव जीत कर विधायक बने हों, मगर जानने वाले जानते हैं कि न केवल चुनाव अभियान के दौरान बल्कि चुनाव संपन्न होने के बाद असल भूमिका उनके ही पुत्र सुनिल गुर्जर अदा कर रहे हैं।
बेशक चुनाव के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के निर्देश पर पूर्व मंत्री मास्टर भंवरलाल ने चुनाव संचालन का जिम्मा संभाल रखा था, मगर निचले स्तर पर काम करने वालों को पता है कि पूरी रणनीति पर सुनिल गुर्जर की ही पकड़ बनी हुई थी। इसमें कोई दोराय नहीं कि इस चुनाव में जीत के पीछे पायलट की बिसात काम आई और खुद गुर्जर की छवि ने भी अहम किरदार निभाया, मगर सच ये है कि पल-पल पर पकड़ और खर्च से लेकर पूरे तोड़बट्टे पर सुनिल का ही रोल था। यहां तक कि मतदान के दिन प्रतिबंध के बाद भी इलाके में विचरण कर रही अजमेर दक्षिण की विधायक श्रीमती अनिता भदेल से सुनिल ने ही भिड़ंत ली थी, नतीजन उन्हें मैदान छोड़ कर भागना पड़ा था। सुनिल की भूमिका को हाल ही नसीराबाद में संपन्न कार्यकर्ता रैली में खुद सचिन ने भी स्वीकार किया।
जानकारी के अनुसार रामनारायण गुर्जर के विधायक बनने के बाद ज्ञात रूप से वे ही विधायकी कर रहे हैं, मगर हर फैसले पर सुनिल की मुहर लगना जरूरी होता है। नसीराबाद में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन पर भी सुनिल ने ही पकड़ बना रखी थी। ऊपर मंच पर भले ही रामनारायण गुर्जर बैठे थे, मगर जनता के बीच बैठने की व्यवस्था से लेकर खाने के इंतजाम पर सुनिल की नजर थी। वैसे भी रामनारायण गुर्जर बेहद सरल हैं, ऐसे में राजनीति की बारीकियों पर सुनिल को ही नजर रखनी होगी और यही उनकी ट्रेनिंग का पार्ट होगी।