
आपको यहां बताना चाहेंगे कि अब तक दयोदय एक्सप्रेस जबलपुर मंडल के जबलपुर से राजधानी जयपुर तक संचालित होती आ रही थी। ईशू जैन जबलपुर मंडल की क्षेत्रीय परामर्शदात्री रेलवे समिति, पश्चिम-मध्य रेलवे के सदस्य हैं। इस समिति में हौशंगाबाद के लोकसभा सदस्य उदयप्रताप सिंह , राज्यसभा सदस्य कप्तान सिंह सोलंकी और रघुनदंन शर्मा भी सदस्य हैं। जबलपुर मंडल राजस्थान के कोटा और सवाईमाधोपर तक लगता हैै। इस कमेटी में ईशू जैन ऐसे एक मात्र सदस्य हैं, जो अजमेर के मूल निवासी हैैं। जाहिर सी बात है कि इस कमेटी में जैन का होना साधारण बात तो नहीं है। वे अपने राजनीतिक ताल्लुकात के जरिए ही वे इस कमेटी में हैै। गत 20 जनवरी को जबलपुर में उक्त कमेटी की मीटिंग में ईशू जैन ने मजबूती से यह मांग रखी की जबलपुर एक्सप्रेस का विस्तार तीर्थ नगरी पुष्कर और ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के महत्व को देखते हुए अजमेर तक किया जाए। जैन ने इस मुद्दे पर पूरा होमवर्क कर रखा था। रेलवे के नियम-कायदे और रेलवे टाइम मैनेजमेंट की भी इन्हें पूरी जानकारी थी। इसी बूते पर वे अपनी मांग पर अड़े रहे। जानकारी के मुताबिक किशनगढ़ के व्यापारियों ने भी जैन से दयोदय एक्सप्रेस का विस्तार अजमेर तक करवाने के लिए आग्रह किया था, क्योंकि मध्य प्रदेश एवं आसपास के प्रदेशों से कई व्यापारी मार्बल मंडी किशनगढ़ में आते हैै। ऐसे में इस रेलगाडी का अजमेर तक विस्तार होना और भी महत्वपूर्ण था।
जैन ने उक्त कमेटी में तो यह मांग रखी ही, इसके अलावा स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल सहित केन्द्र के कुछ प्रमुख कांग्रेसी नेताओं से भी लगातार संपर्क बनाए रखा। यही कारण रहा कि जबलपुर में रखे गए इस मुद्दे को वजन मिला। जबलपुर मंडल के जीएम सुनील वी. आर्य और डिप्टी जीएम अजय श्रीवास्तव ने इस प्रस्ताव को तव्वजो देते हुए तत्काल इसे रेल मंत्री पवन कुमार बंसल को पेश किया। रेल मंत्रालय ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी। विस्तार के बाद दयोदय एक्सप्रेस अजमेर तक कितनी सफल हो सकती है, इन संभावनाओं की सर्वे रिपोर्ट भी रेलवे ने तैयार की। पॉजीटिव रिपोर्ट होने पर रेल मंत्रालय ने रेल बजट में जोड़ा और दयोदय एक्सप्रेस का अजमेर तक विस्तार कर दिया गया।
इस बारे में जब ईशू जैन की बातचीत की तो उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने अजमेरवासी होने के नाते अपने शहर के लिए यह मांग पुरजोर तरीके से उठाई थी। रेल मंत्री पवन बंसल ने अजमेर के महत्व को समझा और यह सुविधा दी। इसके लिए वे उनके आभारी हैै। उन्हें इस बात की खुशी है कि अजमेरवासियों समेत इसका फायदा तीर्थ गुरू पुष्कर, ख्वाजा साहब की दरगाह आने वाले जायरीन एवं किशनगढ़ आने-जाने वाले व्यापारियों को मिलेगा।
-तेजवानी गिरधर