गुरुवार, 20 अप्रैल 2017

मंत्रियों ने की खुद लाल बत्ती हटाने की नौटंकी

वीआईपी संस्कृति को खत्म करने की दिशा में केन्द्र सरकार के निर्णय एवं राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना जारी करने पर तुरन्त कार्यवाही करते हुए मंत्रियों व अधिकारियों ने अपने-अपने वाहनों से लाल बत्ती हटाई। कुछ मंत्री तो ऐसे भी थे, जिन्होंने बाकायदा नौटंकी की। इस सामान्य सी प्रक्रिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की शाबाशी लेने के लिए अथवा जनता की वाहवाही लूटने के लिए खुद ही अपने वाहनों से लाल बत्ती हटाई। और तो और सबूत दिखाने की खातिर फोटो तक खिंचवाई और मीडिया को जारी की। केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने तो खुद ही अपने फेसबुक अकाउंट पर अपनी फोटो पोस्ट की, जबकि राजस्थान की महिला व बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल के एक समर्थक ने खबर के साथ फोटो जारी की। संभव है कि कुछ और मंत्रियों ने भी ऐसा किया हो। वे चाहते तो अपने ड्राइवर या किसी कर्मचारी से भी लाल बत्ती हटवा सकते थे, मगर हर छोटी मोटी कार्यवाही या उपलब्धि का प्रोपेगंडा करने के आदी राजनेता भला यह मौका कैसे चूक सकते थे। हो सकता है कि इन मंत्रियों को ऐसा करते हुए बड़ा गर्व अनुभव हो रहा हो, मगर उनकी ऐसी हरकत पर लोग हंस भी रहे थे कि क्या आसमान से तारे तोड़ कर लाए हैं जो इस प्रकार प्रदर्शित कर रहे हैं।
रहा सवाल अधिकारियों का तो जब अधिसूचना जारी हुई है तो उन्होंने भी लाल बत्ती हटवाई होगी, मगर उन्होंने नौटंकी करने की जरूरत नहीं समझी क्योंकि वे नौकरशाह हैं। उन्हें ऐसा करना शोभा नहीं देता। मगर नेताओं को तो शोभा देता है।
श्रीमती अनिता भदेल के बारे आए समाचार में तो उन्होंने यह कहा कि देश में वीआईपी संस्कृति की आवश्यकता नहीं है। देश का हर नागरिक अपने आप में अतिमहत्वपूर्ण व्यक्ति है। सवाल उठता है क्या केवल लाल बत्ती हट जाने मात्र से वे वीआईपी नहीं रह जाएंगे? क्या उनकी सुख-सुविधाओं में कटौती हो जाएगी? क्या नौकर-चाकर हटा दिए जाएंगे? क्या उनके वेतन-भत्ते कम हो जाएंगे? क्या उनकी सुरक्षा का तामझाम हट जाएगा? क्या समारोहों में विशेष सम्मान नहीं पाएंगे? क्या अधिकारी उनकी चापलूसी करना छोड़ देंगे? क्या वाकई अपने व्यवहार में भी एक सामान्य व्यक्ति का आभास करवाएंगे? अफसोस, हम ऐसे देश में रह रहे हैं, जहां के नेता वीआईपी संस्कृति समाप्त करने के नाम पर भी हो रही कवायद में भी अपने वीआईपी होने का अहसास करवा रहे हैं।