रविवार, 9 नवंबर 2014

सरकार को नहीं मिले एडीए के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष व आयुक्त

जब से अजमेर नगर सुधार न्यास अजमेर विकास प्राधिकरण बना है, तब से उसका कामकाज डांवाडोल हो गया है। न तो उसमें जरूरी पदों को भरने पर ध्यान दिया गया है और न ही मुख्य पदों पर पूर्णकालिक अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। नतीजतन आम जनता सहित विकास के काम ठप पड़े हैं।
ज्ञातव्य है कि सरकार के कार्मिक विभाग ने आदेश जारी कर संभागीय आयुक्त आईएएस धर्मेंद्र भटनागर को अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद का अतिरिक्त कार्यभार दिया है। इसी प्रकार जिला कलेक्टर आरुषि ए मलिक को प्राधिकरण के आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार दिया है।
ज्ञातव्य है कि बाबत हाल ही अजयमेरू प्रेस क्लब की ओर से आयोजित मीट द प्रेस में महिला व बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल से जब ये सवाल किया गया कि एडीए कामकाज कब सुधरेगा और कब पूर्णकालिक अधिकारी लगाए जाएंगे तो उन्होंने कहा कि जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा। बेशक समस्या का कुछ समाधान तो हुआ है और स्थानीय अधिकारियों को प्राधिकरण का जिम्मा सौंपा गया है, मगर समस्या जस की तस रहने वाली है। इसकी वजह ये है कि दोनों ही अधिकारियों को अपने मूल कार्यभार से फुर्सत नहीं है, इस कारण वे प्राधिकरण का काम कैसे अंजाम देंगे, यह समझा जा सकता है। जिस जिले में राज्य सरकार के दो राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी व श्रीमती अनिता भदेल हों, राजस्थान पुरा धरोहर संरक्षण प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में राज्य मंत्री का दर्जा पाए औंकार सिंह लखावत हों और अब केन्द्र में राज्य मंत्री के रूप में प्रो. सांवरलाल जाट हों, वहां के इतने महत्वपूर्ण महकमे का ये हाल हो तो यह बेहद अफसोसनाक ही कहलाएगा।
-तेजवानी गिरधर