गुरुवार, 17 मार्च 2011

सिनोदिया हत्याकांड को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म

किशनगढ़ के कांगे्रस विधायक नाथूराम सिनोदिया के पुत्र भंवर सिनोदिया की हत्या को लेकर राज्य सरकार के भारी दबाव पर एसओजी के पूरी ताकत के साथ अनेक स्थानों पर दबिश दिए जाने के बाद भी मुख्य आरोपी बलवाराम व शहजाद का पता न लग पाने से अफवाहों का बाजार गर्म होने लगा है। इतने हाईप्रोफाइल मर्डर केस, जिसमें कि एसओजी व गुप्तचर पुलिस ने पूरी ताकत लगा रखी है और हर संभावित ठिकाने की गहन छानबीन की जा रही है, उसके बाद भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है, ऐसे में अफवाह है कि यह कहीं किसी अनहोनी की ओर तो इशारा नहीं है। कयास है कि बलवाराम के लिंक शराब तस्करों और शहजाद के लिंग हथियार सप्लायरों से होने की कथित संभावना के मद्देनजर कहीं किसी बड़े समूह ने कुछ ऐसा तो नहीं कर दिया है कि वे पुलिस के हाथ आए ही नहीं, क्योंकि इससे उनके भी लपेटे में आने के चांसेज हैं। दूसरी ओर चर्चा ये भी है कि अगर एसओजी को दोनों आरोपियों के बारे में कुछ सूत्र मिल भी गए हैं तो वह उन्हें उजागर नहीं कर रहा। अर्थात जब तक दोनों आरोपियों के संपर्कों की संलिप्तता पूरी तरह से पुख्ता नहीं हो जाती, वह पूरी एक्सरसाइज कर लेना चाहती है। इसकी वजह ये है कि थोड़ी सी भी चूक सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। कुछ सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपी हत्या के बाद होने वाली सख्ती से भलीभांति वाकिफ थे, इस कारण इतना दूर चले गए हैं कि एसओजी के हाथों में एकाएक आने वाले नहीं है। कुल मिला कर जैसे-जैसे विलंब हो रहा है, आशंकाएं तेज होने लगी हैं। ऐसे में यह मामला एसओजी के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है, जिसे कि विशेष तवज्जो देते हुए सरकार ने पुलिस के हाथ से मामला लेकर उसे सौंपा है।

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