रविवार, 2 अगस्त 2015

अनिल नरवाल की पत्नी ही लड़ेंगी वार्ड सात से

ऐसा प्रतीत होता है कि आगामी अजमेर नगर निगम चुनाव में वार्ड सात के बारे में मेरा आकलन सही हो रहा है। रविवार की रात जिस प्रकार अनिल नरवाल के नाम से बना एक पोस्टर वाट्स ऐप पर चला, उससे प्रतीत होता है कि उनकी पत्नी का भाजपा से टिकट पक्का हो गया है। हालांकि भाजपा ने अभी तक एक भी सीट के प्रत्याशी की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, मगर पोस्टर में साफ दर्शाया गया है कि अनिल नरवाल की पत्नी श्रीमती वंदना नरवाल वार्ड सात की भाजपा प्रत्याशी हैं।
ज्ञातव्य है कि मैने इसी कॉलम में लिखा था कि यहां भाजपा की आस अनिल नरवाल पर टिकी है। साफ संकेत दिए थे कि यहां भाजपा टिकट के प्रबल दावेदार अनिल नरवाल को उनकी पत्नी को चुनाव लड़ाने का ऑफर है। दूसरी ओर पता चला था कि वे अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने की बजाय खुद वार्ड आठ से टिकट लेना चाहते हैं। मगर ऐसा प्रतीत होता है कि वे भाजपा नेताओं की राय मानने को तैयार हो गए हैं।
मैने लिखा था कि असल में यह वार्ड भाजपा के लिए आसान वार्ड नहीं है। इस वार्ड में तकरीबन 2800 मुस्लिम वोट हैं। यहां पार्टी तभी कामयाब हो सकती है, जबकि कांग्रेस मानसिकता वाले हरिजन वोटों में सेंध मारे। इसके लिए मात्र अनिल नरवाल ही सक्षम हैं। इसी कारण पार्टी चाहती है कि नरवाल की पत्नी के यहां से लड़ें, जिससे चुनाव जीतना आसान हो जाए, कई भाजपाई वार्ड वासी भी यही चाहते हैं, चूंकि वे ही नैया पार लगा सकते हैं। अगर नरवाल की पत्नी ही चुनाव लड़ती हैं तो कांग्रेस को नई रणनीति बनानी होगी। ज्ञातव्य है कि कांग्रेस में यहां आरिफ हुसैन, पप्पू कुरैशी व मुनीर तंबोली के परिवारों में किसी महिला के चुनाव लडऩे की संभावना बताई जा रही है।
-तेजवानी गिरधर
7742067000

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