गुरुवार, 24 मार्च 2011

जब मंजू राजपाल लगाएंगी झाडू तो आप भी लगाएंगे न !


ऐसा लगता है कि अजमेर की जिला कलेक्टर श्रीमती मंजू राजपाल बेहद सफाई पसंद हैं। उनके दो बड़े कदमों से तो यही प्रतीत होता है कि वे वर्षों से गंदगी की समस्या से जूझ रहे अजमेर को साफ-सुथरा करके ही मानेंगी। चाहे इसके लिए उन्हें ही हाथ में झाडू क्यों न लेनी पड़े।
पहले उन्होंने सफाई के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार नगर निगम के विफल होने पर निगरानी के लिए अपने प्रशासनिक अमले को तैनात किया। हालांकि मंजू राजपाल का यह कदम कुछ कांग्रेसी पार्षदों को निगम की स्वायत्तता में दखल प्रतीत हुआ, लेकिन मंजू राजपाल ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया। उलटा उन्हें लगा कि केवल इतना भर करने से सफाई नहीं होगी। कोई और बड़ा कदम उठाना होगा। केवल प्रशासन को ही नहीं बल्कि आमजन को भी भागीदारी के लिए प्रेरित करना होगा। इस पर उन्होंने सफाई के प्रति जनता में जागृति लाने के लिए एक दूसरा बड़ा कदम उठाते हुए राजस्थान दिवस के मौके पर अनूठा प्रयोग करने का मन बनाया है। वे स्वयं तो झाडू हाथ में लेंगी ही, प्रशासन में ऊंचे ओहदे पर बैठे अधिकारियों को भी झाडू हाथ में थमाएंगी। स्वयंसेवी संस्थाओं को भी इसमें भागीदारी निभाने का आग्रह किया गया है। ये सभी मिल कर तीर्थराज पुष्कर व दरगाह शरीफ में झाडू लगा कर सफाई का आगाज करेंगे। जाहिर है जब स्वयं मंजू राजपाल ने ही पहल कर झाडू लगाने का प्रस्ताव रख दिया तो अन्य बड़े अधिकारियों को तो उनका समर्थन करना ही था। कार्यक्रम के मुताबिक 29 मार्च की रात्रि को 9 से 11 बजे तक पुष्कर और 30 मार्च को रात्रि 9 से 11 बजे तक दरगाह के निजाम गेट से सफाई करने की शुरुआत की जाएगी। दिलचस्प बात ये है कि इसके लिए राज्य सरकार द्वारा राजस्थान दिवस के आयोजन हेतु प्रत्येक जिले को आवंटित एक लाख रुपये की राशि भी इसी सफाई अभियान के लिए काम में ली जायेगी और आवश्यकतानुसार डस्ट बीन रखवाने, सफाई के लिए झाडू आदि उपलब्ध करवाने पर यह राशि व्यय की जायेगी। उससे भी उल्लेखनीय बात ये है कि यह अनूठा प्रयोग करने के लिए कार्यालय समय से हट कर समय तय किया गया है, ताकि रोजमर्रा का सरकारी काम प्रभावित न हो। अर्थात अधिकारी पहले अपने-अपने दफ्तरों में काम करेंगे ओर फिर रात को तैयार हो कर सफाई का कार्य करने निकलेंगे, जिसका कि उन्हें कोई अतिरिक्त वेतन नहीं मिलेगा। है न दिलचस्प अभियान और उससे भी ज्यादा दिलचस्प मंजू राजपाल की फितरत।

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