बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

पलाड़ा दंपति को कांग्रेस राज में शाबाशी कोई कम बात नहीं


जिला प्रमुख श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा व उनके पति समाजसेवी भंवर सिंह पलाड़ा ने अजमेर की राजनीति में अलग ही मिसाल कायम की है। वे राजनीतिक शुचिता के प्रतीक के रूप में उभर रहे हैं। हाल ही केकड़ी में राष्ट्रीय राज राज्य मार्ग बारां पर बनने वाली 220 करोड़ रुपये की लागत से जयपुर से भीलवाड़ा को जोडऩे वाली 212 किलोमीटर लम्बी सड़क के शिलान्यास समारोह में जब सार्वजनिक निर्माण मंत्री भरत सिंह ने राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठ कर पलाड़ा दंपति की सराहना की और श्रीमती पलाड़ा ने भी ओछी राजनीति को ताक पर रख कर राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा की प्रशंसा की तो एक बारगी सभी चौंके, मगर निष्पक्ष विचार वाले आम लोगों ने इसे राजनीति में शुचिता की मिसाल के रूप में लिया।
उल्लेखनीय है कि समारोह में सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री भरत सिंह ने अजमेर की जिला प्रमुख श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा द्वारा चलाये गये जिला परिषद आपके द्वार कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहा कि निश्चय ही इस अभियान से गांव व गरीब के लोगों के अभाव अभियोग दूर होंगे। उन्होंने श्रीमती पलाड़ा व भंवरसिंह पलाड़ा द्वारा जरूरतमंद लोगों को अपनी ओर से साधन व सुविधाएं मुहैया कराने की सराहना की। इसी प्रकार मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा ने भी जिला प्रमुख श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इनके द्वारा जिले में प्रारम्भ किया जिला परिषद आपके द्वार अभियान में गरीब व जरूरतमंदों लोगों को सहायता मिल रही है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के अभावग्रस्त व्यक्तियों की समस्याओं का निदान भी तत्काल हो रहा है। यह कोई कम बात नहीं है कि कांग्रेस राज के दो प्रमुख नेता भाजपा जिला प्रमुख की तारीफ करें। उससे भी बड़ी बात ये है कि ये प्रशंसा उसी अभियान को लेकर की गई, जिसको लेकर पहले प्रशासन ने राजनीतिक भेदभाव के चलते अड़ंगा लगाया था और बाद में सरकार ने उसके लिए हरी झंडी दे दी। सरकार ने भी जता दिया कि हर अच्छे काम के लिए वह राजनीतिक भेदभाव से हट कर सहयोग करने को तैयार है।
समारोह को सम्बोधित करते हुए विशिष्ठ अतिथि जिला प्रमुख श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा ने कहा कि जब से उन्होंने जिला प्रमुख का कार्य सम्भाला तभी से उन्होंने मन में संकल्प लिया कि वे गांव में आम गरीबों के बीच जाकर उनकी तकलीफों को सुनें और उन्हें दूर करें और उनका संकल्प अब पूरा हो रहा है। जिला परिषद आपके द्वार अभियान में वे गांव के गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच पहुंच कर उनकी दिक्कतों को दूर करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ विधायक के फलस्वरूप केकड़ी क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है और उन्हें भी इनसे प्रेरणा मिलती है। उनका यह बयान चौंकाने वाला जरूर लगता है क्योंकि राजनीतिक नेताओं के अब तक रवैये ने हमारा माइंड सेट ऐसा बना दिया है कि हम हर नेता से यही अपेक्षा रखते हैं कि वह अपनी पार्टी की प्रतिद्वंद्वी पार्टी की आलोचना ही करेगा, चाहे उसने अच्छा काम ही क्यों न किया हो।
यह पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस सरकार ने भाजपाई जिला प्रमुख और भाजपाई जिला प्रमुख ने कांग्रेस सरकार की तारीफ की हो। इससे पहले भी ऐसे एकाधिक मौके आए हैं। यह अपने आप में एक अनोखा कीर्तिमान है। स्वयं पलाड़ा ने भी राजनीति में प्रवेश के वक्त और कई बार कहा है कि वे राजनीति में राजनीति करने नहीं, बल्कि सेवा करने आए हैं। ऐसे में अगर प्रतिद्वंद्वी दल का कोई नेता उनकी सेवा भावना की तारीफ करता है तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। असल में यह ठीक उसी तरह से है जैसे, हाल ही दिल्ली की कांग्रेसी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने गुजरात के भाजपाई मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के कामकाज की तारीफ की। हालांकि इस पर मीडिया ने बड़े ही चटकारे ले-लेकर खबरें छापीं और दिखाईं, मगर असल बात ये है कि यही वास्तविक राजनीतिक शुचिता है, जिसमें राजनीतिक भेदभाव से हट कर अच्छे काम की तारीफ करने से गुरेज नहीं किया जाता। वरना हम आम तौर पर तो यही देखते हैं कि राजनीतिक नेता एक-दूसरे की हर मुद्दे पर आलोचना ही करते हैं, चाहे वे मन ही मन उससे सहमत हों। संभव है विकास के नाम पर राज्य सरकार व जिला प्रमुख का यह तालमेल कांग्रेस व भाजपा के कुछ नेताओं को नागवार गुजरा हो, मगर दोनों पक्ष बेफिक्र हैं, क्योंकि न तो मंत्री के सामने बोलने की कांग्रेसियों में हिम्मत है और पलाड़ा के सामने भाजपाइयों की। वैसे भी सांच को आंच क्या? दोनों ने कोई गलत काम तो किया नहीं है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें