बुधवार, 12 सितंबर 2012

डॉ. बाहेती को तो उम्मीद है कि चंबल का पानी मिलेगा

डॉ. श्रीगोपाल बाहेती

चंबल के पानी पर अपना हक जताते हुए भले ही भाजपा के नेतृत्व में भैंसरोडगढ़ व रावतभाटा के लोग आंदोलित हों, मगर पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती को पूरी उम्मीद है कि चंबल का पानी अजमेर को जरूर मिलेगा। उनकी इस उम्मीद की वजह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वयं इस मांग पर विचार के लिए उसे कार्यवाही के लिए आगे बढ़ाया है।
ज्ञातव्य है कि चंबल का पानी मिलने में संकट को लेकर इसी कॉलम में सवाल उठाया गया था कि क्या यह संभव है, जबकि पानी भीलवाड़ा ले जाने के केन्द्रीय मंत्री सी पी जोशी के प्रयासों की जानकारी मिलने पर भैंसरोडगढ़ व रावतभाटा के लोग भाजपा के नेतृत्व में आंदोलित हो गए हैं। इस पर प्रतिक्रिया करते हुए डॉ. बाहेती ने इस मुद्दे को जीवंत करने के लिए धन्यवाद देते हुए एक पत्र के जरिए आशा व्यक्त की है कि इसी प्रकार समय-समय पर अजमेर की जनता को आगाह करते रहेंगे। पत्र में लिखा है कि अजमेर ने राजधानी का अधिकार खोया और पानी के अभाव में यहां का विकास भी अवरुद्ध रहा है। पानी का ही कमाल है कि बांसवाड़ा जैसा जिला भी विकास के पंख लगा कर उड़ रहा है। उन्होंने बताया कि हमारी चंबल के पानी की मांग को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे बढ़ाया है। पत्र के साथ उन्होंने उन पत्रों की प्रतियां भी नत्थी की हैं, जिनसे जाहिर होता है कि स्वयं गहलोत और उनके मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से संबंधित विभागों को उचित कार्यवाही की अनुशंसा की है। गहलोत ने डॉ. बाहेती को पत्र लिख कर सूचित किया है कि उनकी मांग से संबंधित पत्र प्रमुख शासन सचिव, जल संसाधन विभाग को भिजवाया गया है। मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी दिनेश शर्मा व ललित कुमार व उप सचिव विक्रम सिंह ने भी प्रमुख शासन सचिव, जल संसाधन विभाग को मुख्यमंत्री से की गई मांग पर कार्यवाही करने को कहा है।
इस मुद्दे की पृष्ठभूमि आपको एक बार और बता दें कि पिछले कुछ अरसे से चंबल का पानी अजमेर लाने के लिए डॉ. बाहेती प्रयासरत हैं। उन्होंने बाकायदा पोस्टकार्ड अभियान भी चलाया है। ताजा घटनाक्रम ये है कि भैंसरोडगढ़ व रावतभाटा के लोगों को जैसे ही पता लगा कि चंबल का पानी भीलवाड़ा ले जाने की योजना बन रही है तो उन्होंने भाजपा नेताओं की अगुवाई में उसका विरोध कर दिया। आसपास के गांवों की महापंचायत भी हुई, जिसमें भाजपा के पूर्व सांसद श्रीचंद कृपलानी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री सी पी जोशी सिर्फ भीलवाड़ा को ही पानी दिलाना चाहते हैं। यह अच्छा तब होता, जब जोशी आसपास के इलाकों का भी ध्यान रखते। कोटा दक्षिण के विधायक ओम बिरला ने कहा कि पहले गांव में पीने का पानी और खेतों को पानी मिलेगा, तभी पानी बाहर भेजने दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि पाइप लाइनों से खून जा सकता है, लेकिन पानी नहीं जाने देंगे। भाजपा के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन से यह साफ है कि जब जोशी जैसे दिग्गज के प्रयासों का ही इस प्रकार विरोध हो रहा है तो क्या डॉ. बाहेती की मुहिम कामयाब हो पाएगी। बहरहाल, डॉ. बाहेती को अब भी उम्मीद है। यह अजमेर का सौभाग्य ही होगा कि मुख्यमंत्री गहलोत से उनकी नजदीकी का अजमेर वासियों का लाभ मिल पाएगा।
-तेजवानी गिरधर

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