शनिवार, 4 जनवरी 2014

भाजयुमो को अपनी सरकार पर ही भरोसा नहीं?

राजस्थान सरकार के पूर्व मुख्य सचेतक व केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक रघु शर्मा के खिलाफ लगातार पिछले तीन साल केकड़ी के अजमेर रोड पर स्थित अपने फार्म हाउस पर बीसलपुर की पाइपलाइन से अवैध कनैक्शन लेकर पानी की चोरी करने के मामले में सरवाड़ पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है, बावजूद इसके भारतीय जनता युवा मोर्चा को अपनी ही सरकार पर भरोसा नहीं हो रहा कि उन्हें गिरफ्तार किया भी जाएगा या नहीं। यह स्थिति तब है जबकि इस कारगुजारी की शिकायत क्षेत्रीय भाजपा विधायक शत्रुघ्र गौतम ने सिंचाई मंत्री सांवरलाल जाट से थी। जाट ने ही जलदाय विभाग के अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे। इसके बाद जलदाय विभाग ने शर्मा के रघुवीरा नामक फार्म हाउस व सावर रोड पर ग्राम गुलगांव में स्थित शैलेन्द्र सिंह शक्तावत के फार्म हाउस से बीसलपुर पाइप लाइन से जोड़ी गई अवैध लाइनों को काट दिया था।
शर्मा के खिलाफ सरवाड़ व शक्तावत के खिलाफ केकड़ी पुलिस थाने में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने व पानी चोरी का मुकदमा दर्ज करवाया गया था। जाहिर सी बात है कि अब इस पर बाकायदा कार्यवाही होगी, बावजूद इसके भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने रघु शर्मा के खिलाफ जम कर प्रदर्शन किया। उनके पुतले की शव यात्रा निकाली और उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में तहसीलदार ओमप्रकाश जैन को ज्ञापन दे कर शर्मा व शक्तावत को गिरफ्तार करने की मांग की। बेशक यदि आरोप सही है तो मामला गंभीर है और कानूनन गिरफ्तारी जरूरी होगी तो वह भी होगी ही, मगर संभव है भाजयुमो के शहर अध्यक्ष सत्यनारायण चौधरी व उनके कार्यकर्ताओं को अपनी ही सरकार पर भरोसा नहीं। या फिर शर्मा को हराने के बाद भी गुस्सा कम नहीं हुआ है, जो इस प्रकार गुबार निकालना पड़ा। या फिर ये भी हो सकता है कि भाजपा के कार्यकर्ता आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने आप को वार्मअप करना चाहते हैं।
हां, इसमें कोई दोराय नहीं कि इस मामले में जलदाय विभाग की मिलीभगत ही रही। मामला काफी पुराना है, फिर भी उसने कार्यवाही नहीं की और आज जा कर सहायक अभियंता कालूराम मीणा को यह कहना पड़ रहा है कि शर्मा के इस कथन में कोई सच्चाई नहीं है कि उन्होंने कनैक्शन के लिये फाइल लगाई थी। सवाल ये उठता है कि क्या उस अभियंता के खिलाफ भी कार्यवाही होगी, जिसके कार्यकाल में ये अवैध कनैक्शन हुआ था। खैर, केकड़ी के एडीशनल एसपी कह रहे हैं कि पेयजल विभाग की ओर से पानी चोरी व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की रिपोर्ट दी गई, जिस पर जांच की जा रही है और शीघ्र ही उचित कार्यवाही की जायेगी। अब देखना ये है कि क्या होता है? मगर इतना तय है कि जैसा भाजपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा है, वे इस मामले को ठंडा तो नहीं होने देंगे।

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