बुधवार, 6 अगस्त 2014

यादव को मिला यादव का आशीर्वाद

शहर भाजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व प्रवक्ता अरविंद यादव को सांसद भूपेन्द्र यादव से नजदीकी का फायदा मिल ही गया। हालांकि पार्टी को उनकी सेवाएं भी अहम रही हैं, जिसे कम कर के नहीं आंका जा सकता, मगर माना यही जा रहा है कि भूपेन्द्र यादव ने अपनी जाजम जमाने के लिए उनके नाम पर मुहर लगवाई और वे शहर अध्यक्ष बन गए।
असल में अब तक उन्हें कोई भी गंभीर दावेदार नहीं मान रहा था। हालांकि उनका नाम भी दावेदारों में गिना जाता था, मगर औपचरिकता के नाते। यकायक वे इस पद पर पहुंच जाएंगे, इसका अनुमान किसी को नहीं था। कदाचित उन्होंने भी कोई खास पहल न की हो, क्योंकि उनकी बॉडी लेंग्वेज से कभी ये नहीं लगा कि वे कोई बहुत ज्यादा महत्वाकांक्षी हैं। अब तक उन्होंने लो प्रोफाइल हो कर ही काम किया है। यही उनकी विशेषता है। किसी भी गुट से संलिप्तता न रखने, सदैव कूल मांइड रहने और केवल पार्टी की सेवा करते रहने के गुण ने ही आज उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया है। ज्ञातव्य है कि यादव को औंकार सिंह लखावत व प्रो. वासुदेव देवनानी के गुटों में बंटी भाजपा में कभी किसी एक गुट के साथ नहीं देखा गया। सबके साथ समान व्यवहार किया। अलबत्ता उन्हें पूर्व राज्य मंत्री श्रीकिशन सोनगरा का नजदीकी जरूर गिना जाता था।
भारतीय जनता युवा मार्चो के शहर अध्यक्ष से लेकर मातृ संगठन में कई पदों पर रहते हुए आज वे उस मुकाम पर आ गए हैं, जहां पर उन्हें शहर की भाजपा की कमान संभालनी है। समझा जाता है कि उनमें युवा जोश है और निर्गुट होने के कारण एक संतुलित कार्यकारिणी बनाने में कामयाब होंगे, जो कि सबको स्वीकार्य होगी। बाकी एक बात जरूर है कि संगठन के लिहाज से अब सांसद भूपेन्द्र यादव का दौर शुरू हो गया है।
जहां तक अरविंद यादव की पारिवारिक पृष्ठभूमि का सवाल है उनके पिता स्वर्गीय जगन्नाथ यादव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघ चालक भी रहे हैं। उन्हीं के संस्कारों का प्रतिफल है कि वे सदैव एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह ही काम करते रहे हैं। इसका साक्षात उदाहरण ये है कि वरिष्ठ उपाध्यक्ष होने के बाद भी प्रवक्ता जैसा छोटा जिम्मा लेकर वे रोज पार्टी की ओर से विज्ञप्ति जारी करते रहे। समझा जा सकता है कि रोज विज्ञप्ति जारी करना कितना श्रमसाध्य है। हालांकि इसमें भी कोई दोराय नहीं कि इस काम में उनका सहयोग देकर प्रचार मंत्री कंवल प्रकाश किशनानी ने अहम भूमिका निभाई है। दरअसल में प्रेस विज्ञप्ति व फोटो आदि के लिए पार्टी में पहली बार कंप्यूटर व इंटरनेट का उपयोग करने का श्रेय किशनानी को ही है। उनके पास इससे संबंधित सभी संसाधन है, जिसका पार्टी को भरपूर लाभ मिला है।

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