बीपीएल पार्टी के वार्ड 52 के प्रत्याशी संदीप तंवर ने अपनी पार्टी को धोखा देते हुए भाजपा के भागीरथ जोशी को अपना समर्थन दे दिया है। ज्ञातव्य है कि वे ऐसे पहले उम्मीदवार हैं, जिन्होंने कोई बीस दिन पहले ही ऐलान कर दिया था कि वे बीपीएल पार्टी के प्रत्याशी हैं, हालांकि तब तक पार्टी की ओर से कोई अधिकृत घोषणा नहीं हुई थी। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए बाकायदा अपने समर्थकों से अपेक्षा की थी कि वे उनका साथ देंगे। हालांकि ये पता नहीं लग पाया कि आखिर उन्होंने पाला कैसे बदला, मगर उनके इस कदम से बीपीएल पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें कोस रहे हैं। वाट्स ऐप पर तो उनके बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया जा रहा है कि वे धोखेबाज हैं। धोखा इसलिए कहा जा रहा है कि उन्होंने ऐन मौके पर अपना नाम वापस ले लिया। यदि वे पहले ही चुनाव न लडऩे का निर्णय कर लेते तो कम से कम पार्टी को किसी और को प्रत्याशी बनाने का मौका मिल जाता।
बहरहाल, उनके जोशी के समर्थन में मैदान में हटने से जोशी को फायदा मिलना ही है। मगर यह बीपीएल पार्टी की एक रणनीति भूल ही मानी जाएगी कि इतने कच्चे खिलाड़ी पर हाथ क्यों धर दिया। इस वाकये से यह तो समझ में आता ही है कि शायद पार्टियां इसीलिए नाम तय होने के बाद भी आखिर में ही सिंबल देती हैं, ताकि दावेदार को किसी प्रकार का नाप-तौल करने का मौका न मिले।
-तेजवानी गिरधर
7742067000
बहरहाल, उनके जोशी के समर्थन में मैदान में हटने से जोशी को फायदा मिलना ही है। मगर यह बीपीएल पार्टी की एक रणनीति भूल ही मानी जाएगी कि इतने कच्चे खिलाड़ी पर हाथ क्यों धर दिया। इस वाकये से यह तो समझ में आता ही है कि शायद पार्टियां इसीलिए नाम तय होने के बाद भी आखिर में ही सिंबल देती हैं, ताकि दावेदार को किसी प्रकार का नाप-तौल करने का मौका न मिले।
-तेजवानी गिरधर
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