शनिवार, 16 नवंबर 2024

जगतपिता ब्रह्माजी के कई मंदिर हैं

शास्त्रानुसार अब तक स्थापित तथ्य यह है कि जगतपिता ब्रह्माजी का एक ही मंदिर तीर्थराज पुष्कर में स्थित है। ऐसा सावित्री माता के श्राप के कारण है। इस सिलसिले में अजमेरनामा डॉट कॉम न्यूज पोर्टल में एक आलेख साझा करने पर अनेक प्रतिक्रियाएं आई हैं, जिनसे यह ज्ञात होता है कि कई अन्य जगहों पर भी मंदिर बने हैं। पहली प्रतिक्रिया ने सुपरिचित बुद्धिजीवी डॉ प्रवीण बहल ने दी कि यूएसए में भी एक मंदिर है। 

इंटरनेट के चैटजीपीटी प्लेटफार्म पर खोज की तो पता लगा कि कई स्थानों पर ब्रह्माजी के मंदिर हैं। ब्रह्माजी का एक मंदिर केरल के थालायोलपरंबु में स्थित है। यह मंदिर कम प्रसिद्ध है, लेकिन स्थानीय भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है। तमिलनाडु के कुंभकोणम में ब्रह्मा मंदिर स्थित है। यह मंदिर ब्रह्माजी के सीमित पूजन स्थलों में से एक है।इंडोनेशिया के प्रंबनन में ब्रह्माजी का मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर का हिस्सा है।यह दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित सबसे बड़े हिंदू मंदिर परिसरों में से एक है। थाईलैंड में एरावन श्राइन में भगवान ब्रह्मा की मूर्ति स्थापित है। यह पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय है। 

वरिष्ठ पत्रकार श्री गहेन्द्र बोहरा ने प्रतिक्रिया दी है कि ब्रह्मा जी का एक मंदिर बालोतरा से 14 किमी दूर सिवाना रोड पर है। इसे खेता राम जी महाराज ने बनवाया था। इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा चल रही थी, उसी दौरान उन्होने शरीर छोड़ दिया। प्रति दिन लाखों की संख्या में भक्त दर्शनार्थ आते है। गत 15 नवंबर 2024 को मंदिर परिसर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। उस कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मुझे भी अवसर मिला। यहां की सारी व्यवस्था राज पुरोहित समाज द्वारा की जाती है। अधिक जानकारी के लिए संपर्क कर सकते है।

श्री नितिन माहेश्वरी ने प्रतिक्रिया दी है कि जब शास्त्र में कहा गया है कि पुष्कर के अलावा ब्रह्माजी की कहीं भी पूजा नहीं होगी, यहां तक कि घर में मंदिर में भी नहीं, तो फिर अन्यत्र कहीं भी मंदिर बनाओ, वह तर्कसंगत ही सही होना चाहिए। श्री गुलाब जिंदल में कहा है कि राजस्थान में ही दो और हैं। श्री नरेश चीता का कहना है कि बांसवाड़ा में छींच में है। वरिष्ठ पत्रकार श्री अनुराग जैन ने बताया कि हरियाणा में भी कहीं ब्रह्माजी का मंदिर बनाया गया है ।