मंगलवार, 17 दिसंबर 2024

केकडी बार अध्यक्ष मनोज आहूजा में छिपी है राजनीतिक संभावना

राज्य में सरकार बदलने के साथ केकडी जिले के अस्तित्व पर संषय उत्पन्न हो गया है। पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु षर्मा सहित अन्य जागरूक नेता केकडी को पिछली सरकार में हासिल जिले का दर्जा बरबरार रखने की मुहिम छेडे हुए हैं। इस मुहिम को एक और ताकत मिल गई है। केकड़ी जिला बार एसोसिएशन के हाल ही चुने गए अध्यक्ष मनोज आहूजा ने मन्तव्य जाहिर कर दिया है कि वे केकडी को हासिल जिला मुख्यालय का दर्जा कायम रखने का पूरा प्रयास करेंगे।

वे बहुत जुझारू, बहुआयामी, मुखर व जागरूक वकील हैं। राजनीति में भी उनकी गहरी दिलचस्पी है, जो किसी से छिपी नहीं है। किसी समय विधायक ब्रह्मदेव कुमावत के सारथी थे। वकालत के अतिरिक्त जन समस्याओं के निराकरण के लिए भी सतत प्रयत्नषील रहते हैं। पत्रकारिता में भी दखल रखते हैं। खुद का वीडियो चैनल चलाते हैं। जाति से सिंधी आहूजा का केकडी में भले ही सषक्त जातिगत आधार न हो, मगर जिस तरह से वे केकडी बार के अध्यक्ष चुने गए हैं, उससे साबित होता है कि उनकी क्षेत्र में खासी लोकप्रियता है। वकालत के कारण उनकी अजमेर में आवाजाही रहती है। उन्होंने यहां अपना फ्रेंड सर्किल भी बना रखा है। पिछले चुनाव में पार्शद ज्ञान सारस्वत को समर्थन देकर उन्होंने अजमेर की सरजमीं अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। इतना ही नहीं, वासुदेव देवनानी के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस की। जरूर वे किसी भावी ताने बाने का बीजारोपण करने अजमेर आए थे, वरना केकडी से यहां आने का क्या मकसद हो सकता है। मूलतः कांग्रेस विचारधारा से जुडे हैं, ऐसे में कांग्रेस अजमेर उत्तर के लिए विचार कर सकती है। कदाचित दूरदृश्टि के तहत ही उन्होंने बहुत पहले अजमेर में मकान बनवाया हो। हालांकि यह बात दूर की कौडी है, मगर राजनीति संभावनाओं खेल है, जिसमें कुछ भी संभव है।