शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024

हिंदी व संस्कृत की प्रकांड विदुषी श्रीमती ज्योत्सना

पिछले दिनों अजमेर के पत्रकारों व साहित्कारों के व्यक्तित्व व कृतित्व पर एक शृंखला आरंभ की थी। उस कडी में हिंदी व संस्कृत की गहन जानकार श्रीमती ज्योत्सना का जिक्र यदि नहीं किया जाए तो बात अधूरी रह जाएगी। आर्य समाज के सचिव स्वर्गीय श्री धर्मवीर शास्त्री की धर्मपत्नी श्रीमती ज्योत्सना दैनिक भास्कर में कॉपी डेस्क पर रहीं। कॉपी डेस्ट का यह कन्सैप्ट भास्कर प्रबंधन का अनूठा प्रयोग था। प्रबंधन का मानना था कि आम तौर पर पत्रकारों की हिंदी भाषा पर अच्छी पकड़ नहीं होती। इस कारण संपादन करने के दौरान संपादक का सारा ध्यान गलतियां सुधारने पर चला जाता है और खबर को और उन्नत नहीं बनाया जा पाता। अतः संपादक तक खबर आने से पहले उसमें वर्तनी व व्याकरण संबंधी गलतियां दुरुस्त होनी चाहिए। साथ ही भाषा का स्तर पर भी सुधार किया जाना चाहिए। समझा जा सकता है कि कॉपी डेस्क पर काम करने वाले कितने सिद्धहस्त होते होंगे। श्रीमती ज्योत्सना उनमें से एक थीं। उनके अतिरिक्त शिक्षाविद् नवलकिशोर भाभड़ा, विनोद शर्मा व केदार जी माडसाब भी थे। श्रीमती ज्योत्सना के बारे में एक बेहद रोचक जानकारी देना प्रासंगिक होगा कि उनके परिवार के सभी सदस्य आपस में संस्कृत में ही बात किया करते हैं। संभवतः वह अजमेर का एक मात्र परिवार है। ज्ञातव्य है कि स्वर्गीय श्री धर्मवीर शास्त्री संस्कृत व वेदों के ज्ञाता थे।