शुक्रवार, 31 जनवरी 2025

धर्मेश जैन देंगे अजमेर को सिटी सेंट्रल मॉल की सौगात

भाजपा नेता श्री धर्मेश जैन देंगे अजमेर को विशाल कमर्शियल कॉम्पलैक्स- सिटी सेंट्रल मॉल की सौगात

अजमेर। वरिष्ठ भाजपा नेता व अजमेर नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष रहे स्वप्नदृश्टा श्री धर्मेश जैन का एक और सपना साकार होने की दिशा में कदम रख चुका है। वे अजमेर को विशाल कमर्शियल कॉम्पलैक्स- सिटी सेंट्रल मॉल की सौगात देने वाले हैं। कचहरी रोड पर शहर के पहले कमर्शियल कॉम्पलैक्स स्वामी कॉम्पलैक्स के सामने रेलव बिसिट की भूमि पर इसका शिलान्यास 31 जनवरी, 2025 को युग निर्माण योजना, गायत्री तपोभूमि, मथुरा के श्री मृत्युंजय शर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया। कॉम्पलैक्स के लिए 1800 वर्ग गज भूमि रेलवे से खुली नीलामी में साठ साल की लीज पर ली गई है।

बेशक यह एक कॉमर्शियल प्रोजेक्ट है, कमाने के लिए खोला गया है, लेकिन महानगरीय संस्कृति की ओर बढ़ रहे स्मार्ट सिटी अजमेर के लिए चार चांद लगाने जैसा है।

श्री धर्मेश जैन के पुत्र और युवा भाजपा नेता अमित जैन, जो कि इस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर हैं, ने बताया कि सिटी सेंट्रल मॉल पहला कॉम्पलैक्स है, जिसका रजिस्ट्रेशन राजस्थान रियल एस्टेट रेग्युलेटिरी ऑथोरिटी (रेरा) से करवाया गया। इसके निर्माणाधीन पांच मंजिला विशाल मॉल में लिफ्ट, एक्सिलेटर सहित सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। पूरा कॉम्पलैक्स एयर कंडीशंड होगा। कॉम्पलैक्स के चीफ एक्जीक्यूटिव जयपुर निवासी सिद्धार्थ गुप्ता हैं। यहां ऑफिस व दुकान के लिए बुकिंग करवाने वालों को बैक से ऋण मिल सकेगा।

प्रसंगवश बताना उचित होगा कि श्री धर्मेश जैन ने कोई 48 साल पहले 1974 में देवगढ़ मदारिया से अजमेर आने पर सबसे पहले पृथ्वीराज मार्ग स्थित बिजली के पंखों और सिलाई मशीन का कारोबार शुरू किया। यहां से आरंभ हुआ व्यावसायिक सफर कडी मेहनत और व्यवसायगत चातुर्य के दम पर आज ऐसे मुकाम पर पहुंच चुका हैं, जहां उनका परिवार होटल, कपडा व रियल एस्टेट के क्षेत्र में प्रतिष्ठा अर्जित कर चुका है।

ज्ञातव्य है कि कुछ साल पहले श्री धर्मेश जैन ने अजमेर को एक लाजवाब सौगात दी थी। उन्होंने शहर के हृदय स्थल गांधी भवन के पास रेलवे परिसर में तालेड़ा बिल्डिंग के सबसे ऊपर आठवीं मंजिल अर्थात रूफ टॉप पर स्काई ग्रिल रेस्टोरेंट का शुभारंभ किया। इसकी लोकेशन वाकई सुप्रीम है, जहां से पूरे शहर का विहंगम दृश्य नजर आता है। पूरा शहर, माने पूरा शहर, 360 डिग्री। यह तो हुई उनकी निजी उपलब्धि, जब वे यूआईटी के अध्यक्ष थे, तब भी सार्वजनिक जीवन में उन्होंने कितनी ही ऐतिहासिक सौगातें अजमेर को दीं। वे वास्तव में स्वप्नदृश्टा हैं, जो अजमेर की बहबूदी के लिए अनेक ख्याल अपने जेहन में समेटे हुए हैं।