शुक्रवार, 21 मार्च 2014

आम आदमी पार्टी की नजर प्रिंस सलीम पर भी

अजमेर लोकसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी अपना उम्मीदवार उतारना तो चाहती है, मगर उसे फिलहाल कोई जंच ही नहीं रहा। हालांकि टिकट के लिए आठ दावेदारों ने साक्षात्कार दिए हैं, मगर अब तक उचित प्रत्याशी नहीं मिलने के कारण तलाश जारी है। सच तो ये है कि ढंग का प्रत्याशी नहीं मिलने के कारण किसी को भी मैदान में उतारने की स्थिति नहीं है, मगर चूंकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज्य की सभी पच्चीस सीटों पर चुनाव लड़ाने की घोषणा कर चुके हैं, इस कारण मशक्कत अब भी जारी है। इस बीच पता लगा है कि एनजीओ चलाने वाले प्रिंस सलीम पर भी विचार चल रहा है। उनका नाम पार्टी हाईकमान के पास प्रस्तावित हो चुका है। एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
असल में शुरू में अन्ना आंदोलन का नेतृत्व कर चुकी और बाद में पार्टी में अजमेर प्रभारी बनीं श्रीमती कीर्ति पाठक को ही प्रबल दावेदार माना जा रहा था, मगर कथित रूप से उनके व्यवहार के कारण एक धड़ा अलग हो गया और वह उन्हें प्रभारी पद से भी हटवाने में भी कामयाब हो गया। हांलाकि बावजूद इसके उन्होंने अपना दावा ठोक दिया।
उधर कीर्ति विरोधी धड़े का समर्थन हासिल  काफी ऊर्जावान कवि और पार्टी की राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य शहनाज हिंदुस्तानी  का नाम तो बताते हैं कि काफी दिन पहले तय सा माना जा रहा था, मगर उनकी भी कारसेवा हो गई। परिणाम स्वरूप फेसबुक पर छीछालेदर भी हुई।
हिंदुस्तानी ने लिखा कि सभी कार्यकर्ताओं से मेरा अनुरोध है जो भी प्रत्याशी आम आदमी पार्टी की ओर से अजमेर की धरती को मिले उसे निर्विरोध स्वीकार कर दिल से प्रचार में जुट जाएं और असामाजिक, स्वार्थी एवं महत्वाकांक्षी लोगों से सावधान रहें । किसी भी तरह की गुंडागर्दी या भू माफियाओं से डरने की जरूरत नहीं है । बस ये ध्यान रहे कि उनके लोग आप की टोपी पहन कर कोई गलत काम न कर पाएं, क्यूं कि कुछ ऐसे लोग हमारी आप अजमेर की टीम में शामिल हो गए हैं, जो हमारी हर खबर लीक कर पार्टी को बदनाम करने की तैयारी में है, भ्रष्टाचार पे दे झाड़ू, दे झाड़ू-दे झाड़ू, आम आदमी जिंदाबाद, - आप का शहनाज हिन्दुस्तानी.......जय हिन्द। जो भी व्यक्ति अगर किसी को ये बोल रहा है कि मैं टिकट दिलवा दूंगी या दूंगा, वो किसी भी तरह से पार्टी का कार्यकर्ता नहीं है। सभी उससे दूरी बनाए रखें । आजकल बहुत से फ्रॉड लोग इसी चक्कर में पैसे कमाने में लगे हैं । अपने आप को पार्टी का विशेष पदाधिकारी बताता है और पैसे ऐंठता है। ऐसी गन्दगी अजमेर ही नहीं अपितु कहीं भी दिख सकती है। जरूरी नहीं जिसके हाथ में झाड़ू है, वो गंदगी साफ करने आया हो, वो गंदगी फैला भी सकता है। सावधान ! जय हिन्द !
इस के बाद टिकट की ही एक दावेदार श्रीमती किरण माहेश्वरी ने लिखा कि आज मैने ये देखा की हमारी पार्टी में चमचों की तादाद ज्यादा हो गयी है, जहां जहां इन चमचों की संख्या है, वहा पार्टी का वजूद खत्म हो रहा है। हमने अजमेर में सबको जोडऩे की कोशिश जारी की है, पर कुछ लोग एक-एक करके पार्टी के पुराने लोगो को पार्टी से तोड़ते जा रहे हैं, पर हम ऐसा होने नहीं देंगे। क्या पार्टी अजमेर में उमीदवार उतारेगी या नहीं? आज अजमेर में आम आदमी पार्टी का आदर्श नगर का ऑफिस भी बंद करवा दिया, क्योंकि में सब पुराने और नये पार्टी कार्यकर्ताओं को बुला कर जो चुनावी रणनीति बनाना चाहा, पर पार्टी के कुछ लोगों ने पार्टी ऑफिस के ताला लगवा दिया और कहा की कोई मीटिंग नहीं होगी। ऐसे लोगों के कारण केजरीवाल जी को इतनी परेशानी हो रही है। अरविन्द तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं। जयहिन्द।
ज्ञातव्य है कि श्रीमती शेखावत अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की महिला इकाई की राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष, राजपूत एकता मंच व महिला मोर्चा में पुष्कर विधानसभा क्षेत्र की अध्यक्ष और सामाजिक परिवर्तन फाउंडेशन की राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे पत्रकारिता से भी जुड़ी हुई हैं और वे भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार संघ की अजमेर जिला संयोजक व सर्च स्टोरी ब्यूरो की ब्यूरो प्रमुख हैं।
पार्टी की नजर अजमेर की पूर्व जिला कलेक्टर श्रीमती अदिति मेहता पर भी थी, मगर यह कॉलम लिखते समय तक उन्होंने आनाकानी कर रखी है। इसी प्रकार एक दावेदार अजय सोमानी हैं, उनकी भी शिकायतें ऊपर पहुंच चुकी हैं।
अब देखना ये है कि पार्टी किसे चुनाव मैदान में उतारती है?
तेजवानी गिरधर

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